पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करने की जरूरत है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह विनेश प्रसाद ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा अगर हम सब प्रकृति संरक्षण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने का संकल्प लेते हुए ईमानदारी से अमल करें तों आज प्रदूषित हो रहे प्रर्यावरण को हम रोक सकते हैं। उन्होंने कहा हमें यह भली-भांति जान लेना चाहिए कि इन प्रजातियों के लुप्त होने का सीधा असर समस्त मानव सभ्यता पर पड़ना अवश्वयम्भावी है। उन्होंने कहा कि हमारे क्रियाकलापों के चलते ही वायुमंडल में कार्बन मोनोक्साइड, नाइट्रोजन, ओजोन और पार्टिक्यूलेट मैटर के प्रदूषण का मिश्रण इतना बढ़ गया है कि हमें वातावरण में इन्हीं प्रदूषित तत्वों की मौजूदगी के कारण सांस की बीमारियों के साथ-साथ टीबी, कैंसर जैसी कई और असाध्य बीमारियां जकड़ने लगी हैं। पेड़-पौधे कार्बन डाईऑक्साइड को अवशोषित कर पर्यावरण संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए जरूरत है । पर्यावरणीय असंतुलन के बढ़ते खतरों के मद्देनजर हमें खुद सोचना होगा कि हम अपने स्तर पर प्रकृति संरक्षण के लिए क्या योगदान दे सकते हैं। अगर हम वाकई चाहते हैं कि हम और हमारी आने वाली पीढ़ियां साफ-सुथरे वातावरण में बीमारी मुक्त जीवन जीएं तो हमें अपनी इस सोच को बदलना होगा । संबोधन पूर्व प्रांत कार्यवाह द्वारा नीम के वृक्ष की पूजा की गई । मौके पर जिला कार्यवाह अनील कुमार, सह जिला कार्यवाह अभय कुमार, शिवम् कुमार, गोपाल कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे ।