सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए किया हरितालिका तीज व्रत
रिपोर्ट: कुलदीप पाण्डेय
हजारीबाग।
हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड स्थित पाण्डेयबारा की सभी सुहागिनों ने विशेष कर नवविवाहित महिलाओं ने पति की दीर्घायु एवं निरोग बने रहने के लिए भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि शुक्रवार को हरितालिका तीज व्रत रखकर 24 घण्टे का निर्जला उपवास किया। मान्यता अनुसार इस व्रत को रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हरितालिका तीज में मिट्टी के बने भगवान शिव और माता पार्वती की विधि – विधान से पूजा की जाती है। तथा अहले सुबह पास के नदी – तालाब में इन्हें विसर्जित कर देती हैं। मान्यता है कि इसी व्रत के फल से माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ का वरण किया था। महिलाएं जिस त्याग तपस्या से यह व्रत रखती है , वह बेहद अनुपम है। यह बहुत ही कठिन व्रत है , इस व्रत में फलाहार का सेवन तो दूर , सुहागिनें जल तक का भी सेवन नहीं करती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं टोली में बैठ कर पूजा करती हैं। व्रत के दूसरे दिन स्नान – पूजन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। इस बार के तीज के त्योहार में बाजारों में पहले की तरह चहल – पहल नहीं दिखी। बाजारों में कोरोना का पूरा असर दिखा। इसके बावजूद महिलाओं में आस्था की किसी प्रकार की भी कमी देखने को नहीं मिला।