महागामा विधानसभा क्षेत्र के हनवारा मण्डल के नरैनी में पूर्व विधायक अशोक कुमार के आवास पर भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री, अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि मनाई गई। समाजिक दूरी का पालन एवं मास्क का उपयोग करते हुए स्वर्गीय वाजपेयी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व विधायक अशोक कुमार ने कहा कि वाजपेयी प्रेरणा स्रोत थे। उन्होंने कहा कि अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमन्त्री थे, जिन्होंने गैर कांग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के पांच साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। महात्मा रामचन्द्र वीर द्वारा रचित अमर कृति “विजय पताका” पढ़कर अटल जी के जीवन की दिशा ही बदल गयी। स्वर्गीय वाजपेयी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि अटल जी की बीए की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कालेज (वर्तमान में लक्ष्मीबाई कालेज) में हुई। छात्र जीवन से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने और तभी से राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे।कानपुर में एलएलबी की पढ़ाई भी प्रारम्भ की लेकिन उसे बीच में ही विराम देकर पूरी निष्ठा से संघ के कार्य में जुट गये। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के निर्देशन में राजनीति का पाठ तो पढ़ा ही, साथ-साथ पाञ्चजन्य, राष्ट्रधर्म, दैनिक स्वदेश और वीर अर्जुन जैसे पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन का कार्य भी कुशलता पूर्वक करते रहे।सर्वतोमुखी विकास के लिये किये गये योगदान तथा असाधारण कार्यों के लिये 2015 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा के हनवारा मण्डल के अध्यक्ष दिनेश सिंह, महामन्त्री सन्तोष कुमार,प्रमोद साह,उपाध्यक्ष संजय संगम, सोशल मीडिया प्रभारी राकेश बिहारी शर्मा, युवा मोर्चा के मन्त्री विवेकानन्द भगत, सुबोध यादव, कन्हाई कुमार एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।