समाजसेवी अमन खान ने वाकई मानवता की मिसाल कायम कर दी
कोरोना महामारी से जहां आज पूरा विश्व एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है, वहीं इससे बचने के लिए अनेको उपाय भी किए जा रहे हैं। कुछ देशों ने तो अपने देश को लॉक डाउन नहीं करने का मन बना रखा है। मगर अधिकांश देशों ने इस लॉक डॉन के माध्यम से कोरोना से लड़ने की मुहिम जारी रखे हुए हैं। इसी क्रम में भारत ने भी लॉक डाउन 4 तक की घोषणा कर दी है।
बहरहाल इस लॉक डॉन ने तो गरीबों का तो बुरा हाल कर ही दिया है, मगर मध्यवर्गी एवं निम्न मध्यवर्गीय लोगो की भी कमर तोड़ के रख दी है। अमीरों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है। उनके समुद्र से कुछ जल निकल जाने से जल का स्तर नहीं गिर पाया है, मगर इस विकट परिस्थिति में सरकारी मदद के अतिरिक्त गैर सरकारी संस्थाओं एवं समाज सेवियो के हाथ मदद के लिए उठ रहे है। इसी क्रम में भागलपुर पंखा टोली के समाजसेवी मोहम्मद अमान खान की अनूठी पहल ने मानवता की जीती जागती मिसाल कायम कर दी है। यह रात के अंधेरे में उन घरों में जाकर चुपके से राशन पहुंचा रहे हैं जो निम्न मध्यवर्गीय परिवार के हैं जो अपनी इज्जत के खातिर भूख तो मर सकते हैं मगर भीड़ में राशन लेना गंवारा नहीं कर सकते ऐसे लोगों को राशन पहुंचाना वाकई काबिले तारीफ की बात है।
मालूम हो कि यह कार्य श्री खान प्रथम लॉक डॉन से प्रतिदिन लगातार कर रहे हैं इनके द्वारा हबीबपुर पंचायत, कबीपुर, मुजाहिदपुर, हुसैनपुर, पुरैनी, इमामपुर, सराय इत्यादि मुहल्लो में खाद्यान्न सामग्री बांटने का सिलसिला जारी है। ऐसे जिगर वाले लोगों को मानवता भी सलाम करती है, क्योंकि इस तरह की मदद करने में कई संस्थाओं के हौसले पस्त होते नजर आए हैं।