जयंती पर याद किए गए महर्षि परशुराम गोड्डा।
जयंती पर याद किए गए महर्षि परशुराम
गोड्डा।
स्थानीय संस्था लोकमंच के सचिव सर्वजीत झा “अन्तेवासी” ने लॉकडाउन के शर्तों का पूरी तरह पालन करते हुए तथा शारीरिक दूरी बनाकर पारिवारिक सदस्यों के साथ अपने आवास पर ही श्री परशुराम जयंती मनायी। कार्यक्रम में उनके अलावा निरभ किशोर, सुरजीत झा, नूतन झा, ज्योति झा, सज्जन कुमार ठाकुर, अमोद झा, विपिन कुमार मिश्रा, सुनील कुमार झा, गौरव शुक्ला, नीतीश आनन्द व नुपूर नन्दिनी शामिल हुए। सचिव श्री झा ने उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हए कहा कि विष्णु के छठे और आवेशावतार भगवान श्री परशुराम को अमरत्व प्राप्त है और वो आज भी प्रवृत्ति के रूप में समाज के श्रेष्ठ नेतृत्वकर्ता के अंदर वास करते हैं। आज की तिथि में दान का विशेष फल प्राप्त होता है। निरभ किशोर जी ने कहा कि शिव के अनन्य भक्त श्री परशुराम सर्वकालिक प्रासंगिक ईश्वरीय अवतार हैं। सुरजीत झा ने कहा कि एक हाथ में शास्त्र और दूसरे में शस्त्र यह श्री परशुराम की सिर्फ पहचान नहीं अपितु सम्पूर्ण मानवमात्र के लिए सन्देश है कि शस्त्र का प्रयोग हमेशा शास्त्रीय होना चाहिए और बतौर शस्त्र हम अपने शास्त्र का प्रयोग करें जिससे कि हमारा समाज शिक्षित और सुरक्षित बने। सज्जन ठाकुर ने कहा कि आज की तिथि सृष्टि के प्रारम्भ की भी तिथि है। इसके पूर्व परशुराम जयंती का आयोजन प्रति वर्ष अक्षय तृतीया के दिन विद्यापति भवन में होता रहा है।