प्रतिबंध के बावजूद दुमका, नोनीहाट और हंसडीहा में फल-फूल रहा अवैध लॉटरी कारोबार
प्रतिबंध के बावजूद दुमका, नोनीहाट और हंसडीहा में फल-फूल रहा अवैध लॉटरी कारोबार
Despite the ban, illegal lottery business is flourishing in Dumka, Nonihat and Hansdiha
दुमका। जिले में प्रतिबंध के बावजूद अवैध लॉटरी का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। दुमका, नोनीहाट, हंसडीहा और रामगढ़ सहित विभिन्न इलाकों में इस गोरखधंधे का जाल फैला हुआ है। कई धंधेबाज अवैध रूप से लॉटरी की बिक्री कर रहे हैं, जिससे गरीब और मेहनतकश लोग आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं।
गरीब तबके को बनाया जा रहा निशाना
इस अवैध कारोबार में खासकर रिक्शा चालक, फुटपाथी दुकानदार और दिहाड़ी मजदूरों को लालच देकर फंसाया जा रहा है। शुरुआती दिनों में मामूली रकम जीतकर उन्हें इस खेल में झोंक दिया जाता है, लेकिन धीरे-धीरे उनकी पूरी जमा-पूंजी लॉटरी संचालकों की जेब में चली जाती है। कुछ ही महीनों में ये अवैध कारोबारी करोड़पति बन गए हैं, जबकि आम जनता की मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है।
सरकार को हो रहा राजस्व का नुकसान
अवैध लॉटरी कारोबार न केवल लोगों को आर्थिक रूप से कमजोर कर रहा है, बल्कि इससे सरकार को भी राजस्व की भारी क्षति हो रही है। इस गोरखधंधे पर कोई नियंत्रण नहीं होने के कारण यह धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।
प्रशासन की अनदेखी
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस प्रशासन इस अवैध कारोबार पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है। दुमका, नोनीहाट, हंसडीहा और रामगढ़ के चौक-चौराहों पर खुलेआम लॉटरी की बिक्री हो रही है, लेकिन पुलिस की नजरें इस पर नहीं पड़ रही हैं।
कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस अवैध लॉटरी कारोबार पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। यदि जल्द ही इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो इससे गरीब तबके के लोगों की आर्थिक स्थिति और बदतर हो सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस गोरखधंधे को जड़ से खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए।
(रिपोर्ट: रमेश कुमार, नोनीहाट)