नगर परिषद के वार्ड पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा
नगर परिषद के वार्ड पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा
-पार्षदों ने मुख्यमंत्री को अध्यक्ष के खिलाफ लिखा पत्र
-अध्यक्ष ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
-कोरोनावायरस से बचाव के मुद्दे पर पार्षद एवं अध्यक्ष आमने-सामने
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
कोरोनावायरस से बचाव के मुद्दे पर की जा रही कार्रवाई को लेकर गोड्डा नगर परिषद वार्ड पार्षदों एवं अध्यक्ष के बीच जंग छिड़ गई है। मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंच गया है। पार्षदों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अध्यक्ष पर मनमानी करने एवं प्राप्त राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। वहीं अध्यक्ष जितेंद्र कुमार उर्फ गुड्डू मंडल ने पार्षदों के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगर परिषद को सरकारी या गैर सरकारी स्तर से कोई फंड नहीं मिला है। उनके निवेदन पर नगर के कतिपय समाजसेवियों द्वारा सामानों की आपूर्ति की गई है। उपलब्ध संसाधनों से नगर को सेनीटाइज करने एवं फाऊकिंग करने का काम किया जा रहा है।
पार्षद संघ के अध्यक्ष प्रीतम गाड़िया के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते हुए संक्रमण को रोकने एवं सामाजिक दूरी के अनुपालन हेतु संपूर्ण देश में लॉक डाउन किया गया है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय आदेश के आलोक में नगर परिषद गोड्डा क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले सभी वार्डों के दिव्यांग, विधवा, गरीब, असहाय जरूरतमंदों को मिलने वाली सुविधा को पूरा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पार्षदों से सामंजस्य स्थापित कर कार्य करने का आदेश निर्गत किया गया है । जबकि नगर परिषद द्वारा पार्षदों कोई सूचना नहीं दी जा रही है । पूछे जाने पर भी नहीं बताया जा रहा है । जबकि पार्षद जनता और सरकार के बीच में रीढ़ की हड्डी की तरह कार्य करते हैं।
जनता भी इस आपात स्थिति मे अपने पार्षदो के माध्यम से सरकार की तरफ आशा भरी निगाहों से निहार रही है । लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष की मनमानी के कारण सभी पार्षदों में असंतोष गहराता जा रहा है। श्री गाडिया के अनुसार, कोरोना वायरस से बचाव के लिए अदानी फाउंडेशन, विधायक निधि, सांसद निधि एवं आपदा प्रबंधन द्वारा फंड निर्देशित करते हुए सेवा देने को कहा गया है। फिर भी नगर परिषद द्वाराजनता की सुविधा का ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पार्षद संघ के सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को ईमेल एवं ट्विटर के माध्यम से नगर परिषद की हालात से अवगत कराया है। ताकि सभी वार्डों में साफ सफाई की उपलब्धता के साथ साथ जरूरतमंदों की समुचित मदद की जा सके । उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में नगर परिषद के सभी 21 वार्ड पार्षदों सोनी देवी, राजकुमार सिंह, गुणानंद झा, दिलीप साह, तालिब हुसैन, प्रीतम गाडिया, स्नेहा झा, पिंकी देवी, नीतू देवी, अन्नू देवी,उषा देवी, धर्मेन्द्र हाजरा, स्वीटी कुमारी, शाहिल मेहरा,कमली मुर्मू, मो ईदरिश उर्फ चट्टान, बेगम जन्नती, मो आलम,शकीला बीवी, शमशेर, एवं वेदप्रताप ठाकुर ने नगर अध्यक्ष के मनमानी एवं कार्य करने के तरीके के प्रति रोष जताते हुए पत्र लिखा है।
क्या कहते हैं नगर परिषद अध्यक्ष:
उधर पार्षदों के आरोप के बाबत नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र कुमार उर्फ गुड्डू मंडल ने कहा की पार्षदों के आरोप बेबुनियाद हैं। लॉक डाउन के कारण पाबंदी के बावजूद पार्षद बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्षदों के सवालों का जवाब देने की जिम्मेवारी कार्यपालक पदाधिकारी की है।
अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगर परिषद को किसी सरकारी या गैर सरकारी संस्था से एक रुपए भी नहीं मिला है। अदानी कंपनी के द्वारा राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन मिला नहीं है।
श्री मंडल के अनुसार, सैनिटाइजेशन या फागिंग के लिए नगर क्षेत्र में जो भी गाड़ियां चल रही हैं, उसे उनके अनुरोध पर नगर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपलब्ध कराया है। शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी अमरनाथ टेकरीवाल ने दो गाड़ी तथा पिंटू जायसवाल एवं संतोष मंडल ने एक एक गाड़ी उपलब्ध कराया है । संतोष सिंह एवं बहुरानी दुकान द्वारा साबुन एवं नमाज उपलब्ध कराया गया है। उनके अनुरोध पर शहर के कुछ अन्य व्यवसायियों ने भी सामान देने का आश्वासन दिया है ।
अध्यक्ष ने बताया कि सैनिटाइजेशन एवं फागिंग के लिए लिक्विड अदानी कंपनी की ओर से दिया गया है। वार्ड पार्षदों को भ्रम हो गया है कि सरकारी एवं गैर सरकारी एजेंसियों की ओर से नगर परिषद को कोरोनावायरस से बचाव के लिए राशि दी गई है। वार्ड पार्षद चाह रहे हैं की राशि में उनकी भी हिस्सेदारी हो। सभी पार्षदों को मंशा है कि उन्हें भी 10-10 हजार रुपये दिए जाएं। अध्यक्ष ने कहा की पार्षद चाहे तो सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी मांग सकते हैं कि कितनी राशि अब तक नगर परिषद को कोरोना वायरस से बचाव के लिए मिली है। नगर परिषद की ओर से जानकारी देने में देर नहीं की जाएगी।