रिस्पांस क्विक” का दिख रहा असर, महिला सुरक्षा प्राथमिकता में शामिल
रिस्पांस क्विक” का दिख रहा असर, महिला सुरक्षा प्राथमिकता में शामिल
रांची
झारखंड पुलिस का आदर्श वाक्य है “पुलिस आपके द्वारा”। डीजीपी अनुराग गुप्ता का कहना है कि जनता के सक्रिय सहयोग के बिना पुलिस प्रभावी नहीं हो सकती।
बीट पेट्रोलिंग और सामुदायिक पुलिसिंग की शुरुआत करके हमने अपराध मुक्त राज्य के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जनता का समर्थन और विश्वास हासिल करने का प्रयास किया है।
डीजीपी ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा था कि किसी भी तरह की क्राइम की सूचना मिलने पर पुलिस का रिस्पांस क्विक हो यह देखा जाएगा और इसमें गोड्डा पुलिस खरी उतरी है।
दरअसल पुलिस अधीक्षक अनिमेष नैथानी के योगदान के बाद पुलिस की कार्यशैली में बदलाव नजर आ रहे हैं। महिला सुरक्षा हो या पुलिस पब्लिक सहयोग या फिर घटना घटित ना हो इसके पूर्व की तत्परता यहां की पुलिस में देखने को मिल रही है।
इतना ही नहीं अगर घटना घटित होती है तो त्वरित कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्री नैथानी के निर्देश में शामिल है।
जिले के देवडॉड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत एक आदिवासी पीड़िता ने गत 25 सितंबर को झाड़ -फूंक के नाम पर सास, गोतनी और खुद के साथ गलत ढंग से छेड़छाड़ करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराया। इस बात पर कहीं कोई राजनीति होती इसके पूर्व ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
इधर पथरगामा थाना क्षेत्र के जामजोरी गांव के समीप गुरुवार की संध्या गोड्डा विधायक अमित मंडल के भाई सुमित मंडल को कुछ लोगों ने लाठी जनता के साथ घेर लिया। घटना घटित होने के पूर्व ही थाना प्रभारी रामसूरत यादव घटनास्थल पर पहुंच गए, जिन्हें देखते ही अपराधी फरार हो गए।
दीगर है कि कुछ लोग इस घटना को राजनीतिक नजरिए से देख रहे हैं। आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है लेकिन इतना तो कहा ही जा सकता है कि पुलिस की तत्परता ने बड़ी घटना नहीं होने दी।
बहरहाल पुलिस अधीक्षक श्री नैथानी अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को “क्विक रिस्पांस” का पाठ पढ़ाने और क्रियान्वित करने में और कितना सफल हो पाते हैं, यह भविष्य के गर्त में छिपा है।