नोनीहाट में खुलेआम बिक रही नशीली दवाइयां और गांजा: युवाओं की जिंदगी खतरे में
नोनीहाट में खुलेआम बिक रही नशीली दवाइयां और गांजा: युवाओं की जिंदगी खतरे में
जरमुंडी (नोनीहाट), 26 अगस्त: जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट इलाके में नशे का अवैध कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र में खुलेआम कफ सिरप, गांजा और अन्य नशीली दवाओं की बिक्री हो रही है, जिससे स्थानीय युवाओं की जिंदगी खतरे में पड़ रही है।
स्थानीय निवासियों ने चिंता व्यक्त की है कि इन नशीली दवाओं का उपयोग युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है।
कफ सिरप, जिसे खांसी और जुकाम के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, अब नशे के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल हो रहा है।
कफ सिरप में मौजूद कोडीन जैसे रसायन मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं, जिससे नशे की स्थिति उत्पन्न होती है। इस प्रकार का नशा युवाओं की स्मृति, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर कर रहा है।
गांजे और अन्य नशीली दवाओं का सेवन भी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे फेफड़ों, दिल और अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है।
इसके अलावा, कफ सिरप और गांजे के लगातार सेवन से मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जिससे डिप्रेशन, चिंता और आक्रामकता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
नशे में धुत्त युवा अक्सर गलत कदम उठाते हुए अपराध की ओर अग्रसर हो रहे हैं, जिससे क्षेत्र में चोरी, डकैती और मारपीट की घटनाएं बढ़ रही हैं।
हालांकि, इतने गंभीर स्वास्थ्य खतरों के बावजूद, नोनीहाट में कफ सिरप और गांजा बिना किसी चिकित्सकीय पर्ची के खुलेआम बेचा जा रहा है। यह अवैध कारोबार न केवल युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर रहा है, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।
इस स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी होगी। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले समय में इसके और भी गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
रिपोर्ट: रमेश कुमार, नोनीहाट