प्रदीप यादव को गोड्डा लोकसभा से टिकट मिलने की खबर से बौखलाई भाजपा?
Written By
Md Shahzeb Khan
He is a brave and enthusiastic young Journalist interested in writing Hard core political News articles
“बॉलीवुड की एक मशहूर डायलॉग है की जब खुद के अपने घर शीशे के हो तो दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते”शायद सांसद निशिकांत दुबे इस इस डायलॉग से दो-चार नहीं है, यही कारण है के सांसद महोदय का बड़बोलापन उन पर ही भारी पड़ रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने ऐसे कईं राजनेताओं को पाल पोस कर रखा है जो अपने बड़ बोले पन को लेकर मीडिया में सुर्खियों में रहते हैं।
भाजपा के बड़बोले नेताओं की बात करे तो उनमें से एक निशिकांत दुबे भी है, सत्ता के नशे में धुत सांसद महोदय राजनैतिक मर्यादा को तार तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
आचार संहिता को ठेंगा दिखाकर सांसद महोदय अब कार्यकर्ताओं के बीच ऐसा ऐलान कर चुके है जिससे उनकी मुश्किलें घटने के बजाय, और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
बता दे की सांसद निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव के ऊपर एक बार फ़िर ऐसा बयान दिया है, जिससे राजनितिक जगत शर्मशार होने के साथ साथ राजनैतिक पारा गर्म हो चुका है।
क्या है पूरी ख़बर और कैसे सांसद महोदय बुरे फंस सकते है।
सब कुछ बताएंगे इस आर्टिकल में अंत तक जरूर बने रहे
ख़बर झारखंड के गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से है, जहां से भाजपा के दुलारे सांसद निशिकांत से सबंधित है जो इस क्षेत्र से तीन बार सांसद है।
और इस बात में कोई दो राय नहीं है की सांसद निशिकांत दुबे 15 सालों में एक बड़े राजनीतिक आकार और एक संगठनात्मक नेता के रूप बनकर उभरे है। यानी की लोकसभा के वरिष्ठ सदस्य की भूमिका में भी है।
लेकिन सांसद निशिकांत दुबे का झारखंड से पड़ैयाहाट के कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव से कांटे का टक्कर भी है और उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी भी है। सांसद निशिकांत दुबे जी को लगता है और जग जाहिर भी है कि विपक्ष में प्रदीप यादव ही ऐसे उम्मीदवार है जो उन्हें गोड्डा लोकसभा में तगड़ा पटकनी दे सकते है।और अक्सर इन दोनों के बीच कई राजनीतिक जुबानी जंग चर्चा में रहती है।
लेकिन जुबानी जंग उस समय और अमर्यादित हो गया जब सरैयाहाट प्रखंड स्थित मंगलडीह में निशिकांत दूबे ने 30 मार्च को कहा कि चुनाव के दौरान दुष्कर्म मामले में प्रदीप यादव फिर जेल जा सकते हैं।
सांसद निशिकांत के द्वारा दिए गए इस अभद्र अमर्यादित बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई।
जिसके बाद झारखंड के पोड़ैयाहाट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने गोड्डा के भाजपा के सांसद और लोकसभा चुुनाव के प्रत्याशी निशिकांत दूबे के विरुद्ध चुनाव आयोग से शिकायत कर दी। उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर सांसद के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी ( बलात्कारी) कहे जाने का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
सांसद निशिकांत ने प्रदीप यादव के संबंध में बलात्कारी शब्द का प्रयोग किया, प्रदीप यादव ने अपने पत्र में ये दावा किया है, इससे उनकी छवि खराब हुई है।
वहीं गोड्डा जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने निशिकांत के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज की जिसमे उन्होंने एक वायरल विडियो को साक्ष के रूप में पेश किया
जिसमें सांसद महोदय बूथ लूटने की बात अपने कार्यकर्ताओं से करते हुए नजर आ रहे है।
इस वीडियो के आने के बाद इसके खिलाफ जिला अधिकारी के जरिए चुनाव आयोग को शिकायत भेज दी गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा की चुनाव आयोग प्रदीप यादव द्वारा निशिकांत दुबे के खिलाफ शिकायत पर किस तरह कार्यवाही करता है।
हालंकि सांसद दुबे को इस तरह का झूठ और अमर्यादित और सड़क छाप बयान देने से पूर्व अपने पार्टी के गिरेबान में भी झांकना होगा कि वह जिस पार्टी से तीन बार सांसद चुने गए है दरअसल उस पार्टी में हकीकत रूप से अपराधियो और बलात्कारियों की लंबी फेहरिस्त है।
जिन्हे उनके पार्टी द्वारा संरक्षण दिया जाता है। एक मशहूर न्यूज पोर्टल mint में छपी रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिक के साथ दुष्कर्म के मामले में भाजपा के एक विधायक को 25 साल की जेल हुई।
आजतक में छपी इस रिपोर्ट को भी देखिए जो कहती है की नाबालिक के साथ गैंगरेप के मामले में भाजपा नेता सहित तीन गिरफ्तार,
दोस्तों ऐसे नफरती कीड़ों की फौज भारतीय जनता पार्टी के अंदर है।
अगर सबका नाम बताने जाएंगे तो फिर लेख बेहद लंबा हो जाएगा, ADR की एक रिपोर्ट कहती है की बलात्कार के आरोपों का सामना करने वाले सबसे ज्यादा सांसद और विधायक भाजपा के हैं।
https://facthunt.in/posts/791/FACT-CHECK:-Does-BJP-has-the-most-numbers-of-leaders-facing-rape-charges
रिपोर्ट से पता चलता है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के पास वास्तव में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में सबसे अधिक सांसद/विधायक आरोपी हैं, और आश्चर्य की बात तो ये है की पार्टी औरों की तुलना में ऐसे बलात्कारियों को टिकट देने में ज्यादा रुचि रखती है। सांसद महोदय को ये सारी बाते भी अपनी गोड्डा की जनता को बताना चाहिए और उन्हें इस तरह के अमर्यादित बचना चाहिए।
उधर भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए एक प्रोपेगेंडा चला रही हैं कि गोड्डा लोकसभा से अगर प्रदीप यादव को टिकट मिलता है तो सांसद निशिकांत महोदय के लिए जीत आसान होगी, इसके बजाय टिकट अगर फुरकान अंसारी को दिया जाता है तो मुकाबला टक्कर का होगा।
लेकिन जबकि मामला ठीक इसके उलट है। दर असल सांसद निशिकांत को इस बात का डर सता रहा है कि अगर प्रदीप यादव को india गठबंधन से गोड्डा लोकसभा के लिए टिकट मिलता है तो उनके लिए चौथी बार गोड्डा से सासंद बनने का सफर आसान नहीं होगा।
और वोही फुरकान अंसारी को टिकट मिलता है तो सांसद निशिकांत दुबे को बिना किसी परेशानी व मशक्कत के गोड्डा सीट निकाल पाना आसान हो जायेगा।
उधर भाजपा पार्टी द्वारा चलाई गई मुस्लिम विरोधी लहर के कारण शायद कांग्रेस आलाकमान भी मुसलमानों को टिकट देने से बच रही है, जिसको भाजपा के खेमों के लोग भली भांति जान रहे है, अगर गोड्डा लोकसभा में किसी मुसलमान को टिकट मिलता है तो निशिकांत की जीत एक तरफा होगी।
इसलिए इस तरह की अफवाहों को उड़ाकर प्रदीप यादव के राजनीतिक आकार को कथित तौर पर छोटा दिखाया जा रहा है।
मगर इस बात में भी कोई दो राय नहीं है की INDIA गठबंधन प्रदीप यादव को अगर कांग्रेस के टिकेट पर लड़ाती है तो इसके परिणाम सकारात्मक हो होंगे।
क्योंकि बीते 5 सालों में प्रदीप यादव ने संगठन के लिए जमीं पर मजबूती से काम किया है, और आलाकमान की नजरों में भी अपनी ठोस छवि बनाई है।
यही कारण है की सांसद महोदय प्रदीप यादव को पानी पी पी कर कोस रहे है, लेकीन उन
का बड़बोलापन उन पर ही भारी पड़ गया है।