शिक्षक कभी सेवा निवृत नहीं होते,तीन शिक्षकों को दी गई विदाई
शिक्षक कभी सेवा निवृत नहीं होते,तीन शिक्षकों को दी गई विदाई
ठाकुर गंगटी
ठाकुर गंगटी प्रखंड क्षेत्र के दो विद्यालय में बुधवार को तीन शिक्षकों का विदाई दी गई।
आदर्श मध्य विद्यालय खरखोदिया में शिक्षिका रंजुला देवी,उपेंद्र साह,सुचित पंडित को विद्यालय की ओर से पोशाक,डायरी आदि भेंट कर फूल माला पहनाकर सम्मानित करते हुए भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार मंडल, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव चक्रधर यादव,जिला अध्यक्ष फ़ैज़ अहमद,प्राथमिक शिक्षक संघ के अंचल सचिव सह प्रधानाध्यापक कौशल किशोर ठाकुर,अध्यक्ष मनुएल सोरेन,प्रभारी बी पी ओ राजेश रमन ठाकुर,बी आर पी राजशेखर सिंह,
डी डी ओ राधेश्याम पंडित,सी आर पी यशोधर प्रसाद महतो,कलानंद झा, श्रीरमन झा,दिनेश कापरी,कुलवंत सिंह, शिक्षक संदीप कुमार सिंह,अरविंद कुमार, राजेंद्र टूरी,
कंचनमालानंद झा, विभाकर झा,देव कुमार मिश्र,मार्शल सोरेन,सुरेश चंद्र सदा, रेखा देवी,जगदीश झा, पुरुषोत्तम झा, वासुदेव रजक,संतोष कुमार दास,सत्यनारायण महतो,प्रदीप कुमार यादव,
मोहम्मद ग़ालिब, महेश प्रसाद शाह, शिक्षिका रंजना कुमारी, गायत्री कुमारी,संजुक्ता कुमारी,ऋषि कुमार सहित दर्जनों शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों,गणमान्यों, प्रतिनिधियों,अधिकारियों, समाजसेवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं,
बाल संसद के सदस्यों, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों आदि ने कहा कि सरकारी सेवा में सेवानिवृत्ति का समय निर्धारित रहता है। योगदान के समय में ही सेवानिवृत्ति की तिथि अंकित कर दी जाती है।
कहा कि शिक्षक कभी सेवा निवृत नहीं होते। भले ही वे सरकारी तौर पर आज सेवानिवृत हो गए हैं।
लेकिन शिक्षन संबंधी सारी गुण उसमें रह जाती है।शिक्षक हमेशा शिक्षक ही रहते हैं।बताया कि शिक्षा का कार्य एक आवश्यक कार्य है।शिक्षा के सहारे दुनिया में हर कुछ संभव हो जाता है।
और शिक्षा के बगैर दुनिया में बहुत कुछ और संभव भी हो पाता है।इसलिए शिक्षन और शिक्षक का जीवन के साथ-साथ दुनिया में बहुत बड़ी महत्ता है।
शिक्षिका रंगीला देवी, शिक्षण उपेंद्र शाह, शिक्षक सुचित पंडित आदि ने जो योगदान दिया है उसे भुलाया नहीं जा सकता।वे क्षेत्र के शिक्षकों,अभिभावकों, छात्र-छात्राओं को हमेशा याद रहेगा।
इस अवसर पर विद्यालय पोषक क्षेत्र के साथ-साथ प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण उपस्थित थे। थे।