Godda:मौलाना अबुल कलाम आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन की अपहरण के बाद हत्या, जांच में जुटी पुलिस
मौलाना अबुल कलाम आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन की अपहरण के बाद हत्या, जांच में जुटी पुलिस
गोड्डा।
शुक्रवार को दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां अपराधियों ने बसंतराय स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद कॉलेज के प्राचार्य, डॉ नजीरुद्दीन की अपहरण करके उनकी हत्या कर दी है। इसे शुक्रवार की सुबह ही महगामा दियाजोरी के बीच में उनके शव की खोज करके बहार निकाला गया है। डॉ नजीरुद्दीन एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे और उनका क्षेत्र में बहुत मान्यता थी। इस हत्या की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और लोगों में आहति और आंदोलन की भावना उमड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक, झारखंड बिहार की सीमा पर कोरियाना पुल के पास से उनका अपहरण किया गया था. हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने डॉ नजीरुद्दीन के वाहन चालक की कनपटी पर हथियार सटा दिया और उसके बाद डॉ नजीरुद्दीन का अपहरण किया था. इस घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह और इंस्पेक्टर घटना स्थल के लिए रवाना हो गए थे और जांच कर रहे हैं. पुलिस ने सभी सीमावर्ती चेक पोस्ट को सील कर दिया है और जांच में जुट गई है.
वोही बिहार पुलिस को भी अलर्ट दिया गया है जबकि अपहरण की घटना के प्रकट होने का स्थान बिहार की सीमा क्षेत्र में स्थित है। यह क्षेत्र बिहार के बांका और भागलपुर जिलों की सीमा पर स्थित है। इस परिस्थिति में, पड़ोसी राज्य के धोरैया और सनहोला थानों को भी अलर्ट दिया गया है और अपराधियों की खोज की जा रही है।
ज्ञात हो कि प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन एक जाना पहचाना नाम थे. वे राजनीतिक रूप से भी सक्रिय थे और उनका क्षेत्र में अच्छा खासा रसूख भी था. ऐसे में उनकी मौत की खबर क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गयी है. नजीरुद्दीन झामुमो के नेता थे. वहीं उनके बड़े भाई रुस्तम डिग्री कॉलेज के प्राचार्य हैं और झामुमो केंद्रीय कमिटी के सदस्य भी हैं.