कुकिंग कॉस्ट देने में प्रधानाध्यापक के द्वारा गड़बड़ी
कुकिंग कॉस्ट देने में प्रधानाध्यापक के द्वारा गड़बड़ी
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दुमका।
जामा प्रखंड के बारा पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय करैला मे कोरोना काल के मध्यान भोजन के लिए जो पैसा सरकार के द्वारा आवंटन किया गया था उसे छात्रों के बीच बहुत ही कम राशि में वितरण करने का मामला प्रकाश मे आया है।
छात्रों के लिए मध्यान भोजन की राशि का शिक्षक के द्वारा हनन किया जा रहा है। बताते चलें कि कोरोना काल मे जो छात्रों का मध्यान भोजन का पैसा आया था,उसे बच्चों में वितरित करना था।
प्रधानाध्यापिका के द्वारा कक्षा प्रथम से कक्षा पंचम तक में प्रत्येक बच्चों को मात्र ₹200 और ₹500 रुपया हि प्रत्येक बच्चों के बीच वितरण किया गया।
कोरोना काल के मध्यान भोजन के मिले हुए पैसे का प्रधानाध्यापिका के द्वारा हनन किया जा रहा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापिका गिनी हेम्ब्रम ने बताया कि उनके विद्यालय में कुल छात्र 60 है। वितरण के लिए आवंटित राशि 60,000 है जिसमें सभी छात्रों को 200 रुपैया, 300 रुपैया, 500 रुपैया वितरित किया गया है।
वहीं विद्यालय के छात्र देवीसोल जो कक्षा प्रथम अध्ययनरत है ने बताया कि मात्र 200 रुपैया दिया गया है | वही दूसरा छात्र रमेश कुमार जोकि वर्ग तृतीय में अध्ययनरत है ने बताया कि उसे मात्र ₹200 दिया गया है।
विद्यालय के छात्र ने बताया प्रधानाध्यापिका मध्यान भोजन अपने घर से ही बनाकर लाया करती है और वही छात्रों को पैसा वितरण अपने घर से ही किया और कुछ पैसा वितरण स्कूल से जिसमें कुछ छात्रों को ₹700 ₹500 ₹300 और ₹200 का वितरण किया गया।
समाचार आजतक से नोनीहाट रमेश कुमार की रिपोर्ट