Deoghar:कच्ची सड़क पर कीचड़ से मुक्ति के हर प्रयास विफल, रहवासी हो रहे परेशान
_स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर उपायुक्त तक को ग्रामीण लगा चुके गुहार
देवघर:
ग्रामीण स्तर पर रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहते हैं, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी उन्हें सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाती.
ऐसा ही मामला देवघर जिले के देवघर प्रखण्ड के के संकरी पंचायत के बसमनडीह ग्राम का है जहां कच्चे ग्रामीण सड़क समेत नाला और पुलिया को बनाने की कवायदें अभी तक सफल नहीं हो सकी है.
30 फीट चौड़ी यह ग्रामीण सड़क सोर्टकट से गांव के बीचों बीच गुजरते हुए बाघमारा को देवघर शहर से जोड़ती है. परंतु इस सड़क के अगल बगल नाली नहीं होने के वजह से बरसात के दिनों मे सड़कों पर पानी जमा हो जाता है,
और सड़क कच्ची होने के कारण इस पर इतना कीचड़ जमा हो जाता है कि स्थिति नर्क जैसी हो जाती है.जिससे इस सड़क पर वाहन तो चलाना तो दूर साइकल चलाना भी ननामुमकिन हो जाता है.
सड़क के न होने से कई तरह की परेशानियों को हर दिन ग्रामीण सालों से भुगत रहे है. चाहे वह स्कूल जाने वाले बच्चों की परेशानी हो या फिर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने की। आम दिनों में भी जैसे तैसे लोग इस मार्ग से निकल पाते है.
नालियों का भी नहीं हो सका निर्माणः
ग्रामीणों के लिए महज सड़क ही नहीं बल्कि नालियों का निर्माण न होना भी परेशानी का सबब बना हुआ है. दरअसल यहां सड़क न बनाए जाने के कारण नालियों का भी निर्माण नहीं कराया गया.
जिसके चलते घरों के पानी की निकासी भी परेशानी है। पानी के लिए निकासी का उचित इंतजाम न होने के कारण पानी सड़क पर फैलता है। जिससे कच्ची सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है.
सड़क पर जमा कीचड़ से हो रहे लोगो को परेशानी के बावजूद न तो प्रशासन ने इस ओर ध्यान दिया है और ना ही पंचायत ने.
ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क के साथ नाला और पुलिया निर्माण को लेकर पांच सालो से जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक को गुहार लगाते रहे है, परंतु इसे लेकर अभी तक कोई सुध नही ली गई है.
ग्रामिणो ने बताया की इस समस्या को लेकर जब स्थानीय विधायक नारायणदास से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण से सम्बन्धित अभी हम कुछ नहीं कह सकते अगर होगा भी तो 2022 मार्च अप्रैल में देखा जायेगा.
जनप्रतिनिधियों द्वारा इस समस्या को लेकर कोई संतुष्टीपूर्ण जवाब नही मिलने पर और बरसात के मौसम में बहुत ज्यादा कठिनाई होने पर ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर उपायुक्त से भी गुहार लगाई.
देवघर उपायुक्त को इस संबंध में सर्वप्रथम 21/09/2021 को और दुसरी बार 14/11/2021 लिखित आवेदन दिया परंतु बावजूद इसके आजतक कोई भी सुध प्रशासन के द्वारा भी नहीं लिया गया.जिससे ग्रामिणों का जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।
ब्यूरो रिपोर्ट
मो.शाहीन खान