हटिया पर लगी आग, आलू, प्याज गोदाम जलकर हुआ राख
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: बीती रात जिला मुख्यालय के ऐतिहासिक रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जहां शिव-पार्वती विवाह उत्सव के गीत गाए जा रहे थे, वहीं मंदिर से करीब 1000 फीट की दूरी पर स्थित गोड्डा हाट परिसर में आलू, प्याज गोदाम धू-धू कर जल रहा था। आग की लपटें तेज होने पर जब लोगों की नजर पड़ी, तब तक आग ने दो गोदाम एवं एक नाश्ता दुकान को अपनी लपेट में ले लिया था। स्थानीय लोगों ने घटना की तत्काल सूचना फायर ब्रिगेड को दी। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची, तब तक दोनों गोदाम एवं नाश्ता दुकान जलकर पूरी तरह राख हो गया था। आग की लपटों को फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने शांत किया। यदि समय पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं पहुंचती, तो गोदाम के सामने स्थित बिजली के ट्रांसफार्मर में भी आग पकड़ सकती थी।
आग के कारण प्रदीप साह, ईबू साह का आलू, प्याज गोदाम तथा शंकर साह कि नाश्ता दुकान जलकर राख हो गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आग रात्रि एक से 1.30 के बीच लगी थी। पीड़ित गोदाम मालिक प्रदीप साह का दावा है कि आग स्वत: नहीं लगी थी, बल्कि लगाई गई थी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर दो पड़ोसी दुकानदारों पर अग्निकांड की घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। प्रदीप साह का कहना है कि व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता में उनके गोदाम में आग लगाई है। उन्होंने इसके लिए दो लोगों को स्पष्ट तौर पर जिम्मेदार ठहराया। शनिवार की सुबह श्री साह ने बताया कि पुलिस रात में आई थी। पुलिस को सारी बातों की जानकारी दे दी गई है। अभी थाना जाकर दोनों व्यक्तियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि गोदाम में आलू, प्याज, लहसुन, अदरक था। दावा किया कि दोनों गोदाम एवं नाश्ता दुकान के जलने से करीब 13 लाख की संपत्ति जलकर राख हो गई है।
शनिवार की सुबह भी गोदाम से धुआं निकल रहा था। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ थी।
उसी दौरान नगर परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार उर्फ गुड्डू मंडल भी जायजा लेने पहुंचे। घटनास्थल की मुआयना के बाद उन्होंने इस संवाददाता को बताया कि देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि आग असामाजिक तत्वों द्वारा लगाई गई थी। पुलिस इस घटना की गंभीरता से जांच करे। उन्होंने बताया कि गोड्डा हाट परिसर में नशेड़ियों का अड्डा लगता है। हाट नपरिसर में जगह-जगह असामाजिक तत्व बैठकर नशा फोन करते हैं। देर रात तक हाट परिसर में यत्र तत्र नशेड़ियों का जमघट लगा रहता है । हाट परिसर के अलावे शहरी क्षेत्र में मेला मैदान, कझिया नदी किनारे , गुलजार बाग में कब्रिस्तान के आगे समेत आधा दर्जन से अधिक ऐसे स्थल हैं, जहां नशा पान के लिए असामाजिक तत्वोंव का जमघट लगता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि् ऐसे स्थलों को चिन्हित कर नियमित रूप से पुलिस गस्त तेज की जाये, ताकि असामाजिक तत्वों में भय का माहौल पैदा हो सके।
सामाजिक कार्यकर्ता रविंद्र पांडेय ने हाट परिसर में अग्निकांड की घटना की निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की गंभीरता से जांच कराई जाए एवं दोषी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।