शिव मंदिरों में देवाधिदेव का पूजन करने के लिए भक्तों का भारी सैलाब उमड़ा
व्यवस्था पर हावी रहा भक्तों के रेला
– जिला मुख्यालय के रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में देवाधिदेव के पूजन के लिए दिन भर रही भक्तों की भीड़
फोटो कैप्शन रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भक्तों की भीड़
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: महाशिवरात्रि के पावन मौके पर जिला मुख्यालय समेत जिले के सभी शिव मंदिरों में देवाधिदेव का पूजन करने के लिए भक्तों का भारी सैलाब उमड़ा। यहां के प्रसिद्ध श्री रत्नेश्वर नाथ महादेव मंदिर में अहले सुबह मंदिर का कपाट खुलते ही भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी। दिन ज्यों ज्यों चढ़ता गया, बाबा भोलेनाथ के भक्तों की संख्या बढ़ती गई। सुबह के 9 बजते बजते श्रद्धालुओं से मंदिर पूरी तरह पट गया। मंदिर में तिल रखने की जगह नहीं थी। यह स्थिति अपराह्न तक बनी रही।
भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए स्थानीय स्वयं सेवकों की टोली सक्रिय थी। पूजन के लिए भगवान शिव एवं माता पार्वती के मंदिर में कतारबद्ध व्यवस्था की गई थी । बावजूद इसके भीड़ के कारण अफरातफरी की स्थिति थी। दिन के चढ़ते जाने के बाद ग्रामीण इलाकों से भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 10 बजे के बाद पुरुष एवं महिला पुलिस बल को मंदिर के गर्भ गृह में आना पड़ा।
व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सुबह करीब 4 बजे से ही मंदिर परिसर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया था। व्यवस्था को बनाए रखने के लिए थाना प्रभारी भी मुस्तैद थे। भीड़ बढ़ते जाने की सूचना पर स्थिति का जायजा लेने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह भी पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने पुलिस बल को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर के इर्द-गिर्द भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार किया गया था। मंदिर से करीब 500 फीट पहले ही चार पहिया वाहनों के जाने पर रोक लगा दी गई थी। मंदिर परिसर के बाहर काफी दूर तक दोपहिया वाहनों की कतार इधर-उधर लगी थी।
महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर परिसर के बाहर मेलानुमा दृश्य था। पूजन सामग्रियों के अलावे फलों की भी काफी दुकानें लगी थी। चूड़ी एवं सौंदर्य प्रसाधन की भी दर्जनों दुकानें सजी थी। प्राय सभी दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ देखी गई।