राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर पढ़िए गोड्डा के इन युवाओं के बारे में जिनका नाम लेते ही मन में आंदोलन की भावना गूंजती है!
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर पढ़िए गोड्डा के इन युवाओं के बारे में जिनका नाम लेते ही मन में आंदोलन की भावना गूंजती है!
गोड्डा।
12 जनवरी 1863 में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। हर साल 12 जनवरी के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस भी मनाया जाता है। इस दिन को देशभर में बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवाओं पर निर्भर होता है। देश के विकास में युवा पीढ़ी का बहुत बड़ा योगदान होता है। देश के युवाओं को सही मार्गदर्शन मिल सके, इसलिए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है? आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है।हमारा देश युवाओं का देश है और युवाओं के लिए यह एक अवसर है उस महान आत्मा को याद करने का जिसने 128 साल पहले समूचे विश्व में भारत का नाम रोशन किया। दुनिया का परिचय भारतीय संस्कृति और सनातन जीवन पद्धति से कराया। उनके सम्मान में 12 जनवरी को पूरे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
हमारे गोड्डा जिले में भी कुछ ऐसे युवा हैं जो लगातार अपने कार्यों से जिले की तरक्की को अग्रसर है, यह युवा आंदोलनकारी है!
1) सौरभ परासर उर्फ बच्चू झा एक ऐसे चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता है जो किसी भी जरूरतमंद के लिए अपनी क्षमता और सामर्थ्य के साथ उपलब्ध होते हैं । इसके अलावा आम आदमी से जुड़ी समस्याओं के लिए आदोलन से भी बाज नहीं आते है । लचर विद्युत आपूर्ति एवं कई योजना की जांच के मुद्दे पर दो बार अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर इन्होंने खूब सुर्खियाँ बटोरी है । रक्तदान में भी अपनी साथियों के साथ रिकॉर्ड संख्या में रक्तदान के लिए इन्हें लायन्स क्लब और रेडक्रॉस द्वारा सम्मानित किया गया ।
2)पिछले दिनों स्थानीय लायन्स क्लय द्वारा ब्लड हीरो सम्मान और रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा रक्तवीर ‘ सम्मान से नवाजे गए हेल्पिंग हैड्स के प्रमुख फरहान आज किसी परिचय के मुहताज नहीं हैं । फरहान चपरासी मोहल्ला गोड्डा के रहने वाले है!इनको काम करके चर्चा में बने रहने का कोई शौक नहीं है! रक्तदान के क्षेत्र में इनके किये कार्यों की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है । इनके पास रक्तदाता युवाओं का पुरा समर्थन है जो कभी भी रक्तदान के लिए तैयार रहते है । कई बार गोड्डा के अस्पतालों में भर्ती मरीजों की रक्त की कमी पूरा करने के लिए भी इन्होंने अपने सहयोगी और संघ रक्तदान किया है ।
ऐसे युवाओं को सामाचार आजतक की टीम सलाम करती है!