मालिक बन मुंशी ने गटका 27 लाख
मालिक बन मुंशी ने गटका 27 लाख
गोड्डा।
मुफस्सिल थाना अंतर्गत मखनी ग्राम से पुलिस ने गबन व धोखाधड़ी के आरोप में एक युवक खगेश साह को गिरफ्तार कर लिया, जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। खगेश के खिलाफ पिछले मई महीने में 27 लाख के गबन व धोखाधड़ी का मामला थाने में दर्ज कराया गया था। थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि दिल्ली के कारोबारी सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव ने 27 लाख रुपये की राशि से खगेश की जमीन पर पेवर्स ब्लाक निर्माण का उद्योग लगाया था। खगेश उसमें बतौर मुंशी काम करता था। कोरोना काल में लाकडाउन के कारण काम बंद हो गया था। जिस कारण सत्येंद्र वापस दिल्ली लौट गए। इस दौरान खगेश ने पेवर्स ब्लाक उद्योग को हथिया कर खुद निर्माण कार्य शुरू कर दिया लेकिन कार्य का कोई लेखा जोखा सत्येंद्र श्रीवास्तव को नहीं दिया। यहां तक की मशीन भी बेच दी। हिसाब नहीं देने पर इसकी शिकायत सत्येंद्र ने पुलिस से की थी।
क्या है मामला: मालूम हो कि खगेश कुमार साह की जमीन पर नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट कंपनी की ओर से पेवर ब्लॉक और सीमेंट ईंट निर्माण का उद्योग स्थापित किया गया था। जमीन का मालिकाना हक बिमला देवी के नाम से था। कंपनी के प्रोपराइटर सत्येंद्र श्रीवास्तव ने उनसे करारनामा भी कराया था। बिमला देवी के पुत्र खगेश साह को उक्त फैक्ट्री चलने के लिए मुंशी के तौर पर कंपनी ने उन्हें रखा था। लेकिन खगेश मुंशी के बजाए खुद को कंपनी का मालिक बना बैठा। उक्त फैक्ट्री में उत्पादन दिसंबर 2019 से प्रारंभ हो गया था, पर फरवरी 2020 में कंपनी के मालिक श्रीवास्तव अपने घर दिल्ली चले गए। इसी बीच देश में लाकडाउन लग गया। इसके साथ उद्योग बंद हो गया। इस बीच खगेश कुमार साह और उसके पिता परमानंद साह ने कंपनी की पूरी संपत्ति पर अपना दखल कब्जा कर लिया। बाद में जब दिल्ली से कंपनी के मालिक यहां आए तो पिता पुत्र ने फैक्ट्री को अपना बताया और श्रीवास्तव को बेदखल कर दिया। इसके बाद सत्येंद्र ने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन से की। मामला डीसी के संज्ञान में आया तो फिर थाने में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद खगेश कुमार साह को गिरफ्तार कर लिया गया।