बौकेया गांव में सुरक्षा बढाई गयी
बौकेया गांव में सुरक्षा बढाई गयी
पलामू।
पलामू जिले के चैनपुर थानान्तर्गत बौकेया गांव में बालू माफिया द्वारा ग्रामीणों को दिए गए कथित धमकी के बाद उक्त गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने ” पीटीआई-भाषा ” से बातचीत में बताया कि, बौकेया में स्थानीय प्रशासन के विशेष दल द्वारा भारी मात्रा में कथित अवैध बालू और 70 ट्रकों को जब्त करने के बाद उस धंधे से जुङे तत्वों ने ग्रामीणों को धमकी दी है।
उन्होंने बताया कि, बालू माफिया को संदेह है कि, ग्रामीणों ने ही प्रशासन को अवैध बालू के कारोबार की सूचना दी है।
उल्लेखनीय है कि, परसों मेदिनीनगर अनुमंडलीय दण्डाधिकारी (एसडीएम) राजेश कुमार साह के नेतृत्व में बौकेया में विशेष छापामारी की गयी थी ।इस कारवाई में सतर भारी ट्रक समेत हजारों टन बालू जब्त किए गए थे। यह बालू भंडार में रखे गये थे, जिसे उत्तर प्रदेश भेजा जाना था ।जब्त ट्रकों में 50 उत्तर प्रदेश के हैं ।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, छापामारी के बाद बालू एवं ट्रकों की दस्तावेज एसडीएम ने मांगी थी, मगर मौके पर कोई भी वैध दस्तावेज प्रशासन को कथित माफियाओं द्वारा नहीं दिया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि, बालू का भंडार परमदेव प्रसाद का है, जिसने भी कारोबार संबंधी कोई कागजात अबतक प्रस्तुत नहीं कर सका है।
एसडीएम साह ने बताया कि, तीन दिन बीत जाने के बाद भी जिला खनन महकमे ने प्रशासन के समक्ष बालू संबंधित कोई जानकारी नहीं दी है, जबकि वस्तु स्थिति स्पष्ट करने के लिए उसे छापामारी के दिन ही सूचना देकर जवाब तलब किया था।
इस बीच, बौकेया के कुछेक बुजुर्गों ने बताया है कि, गांव के मैदान को बालू माफियाओं ने जोत दिया है। मैदान में बच्चे खेला करते हैं। साथ ही, आपराधिक चरित्र के तत्वों ने गांववासियों को चेतावनी दी है कि, इसका बदला लिए जाएंगे। उन्हें शक है कि, गांव वालों ने ही उनके अवैध कारोबार के बारे में प्रशासन को जानकारी दी है।
बौकेया , कोयल नदी का तटवर्ती गांव है, जहां आसानी से बालू का दोहन कर उसे भंडारित किया जाता था।
इधर आम लोगों में चर्चा है कि, मामले को लीपा-पोती किया जा रहा है और इसके मूल में 72 घंटे से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी अबतक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं होना है।
पुलिस अधीक्षक ने भी बताया है कि, अबतक पुलिस में स्थानीय प्रशासन द्वारा बालू संबंधित कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है। पुलिस बालू संबंधित मामले को लेकर संजीदगी के साथ खनन एवं स्थानीय प्रशासन के आवेदनों के इंतजार में है।