रांची में सीमा विवाद में उलझी रही दो थानों की पुलिस, चार घंटे नदी में पड़ी रही लाश
रांची में सीमा विवाद में उलझी रही दो थानों की पुलिस, चार घंटे नदी में पड़ी रही लाश
रांची।
नामकुम-खेलगांव थाने की सीमा पर स्थित स्वर्णरेखा नदी पर मिली एक लड़के की लाश निकालने में पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई। दो थानों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। इसका नतीजा हुआ कि लाश देखे जाने के करीब चार घंटे बाद भी लाश नदी पर ही पड़ी रही। सबसे पहले नामकुम थाने की पुलिस को मामले की सूचना दी गई थी। स्थानीय लोगों ने पहले नामकुम थाने की पुलिस को करीब पांच बजे सूचना दी। पुलिस को बताया गया कि नदी में एक अज्ञात लाश पड़ी है।
वहां नामकुम थाने की पुलिस पहुंची, लेकिन नामकुम थाने की पुलिस ने लाश निकलवाने की जहमत नहीं उठाई। जबकि खेलगांव थाने की पुलिस को सूचना देकर बता दिया गया कि यह उनके थाना क्षेत्र का मामला है। यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया गया। इसबीच खेलगांव थाने की पुलिस को सूचना दी गई, खेलगांव थाने की पुलिस को जबतक सूचना मिली तबतक आठ बजे चुके थे। आठ बजे वहां खेलगांव थाने की पुलिस पहुंची और करीब नौ बजे लाश को बाहर निकलवाया। इसके बाद शव काे पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा।
लाश की नहीं हुई पहचान
लाश हुंदुरगढ़ा के पास स्वर्णरेखा नदी से बरामद की गई। पुलिस ने शव को जब नदी से निकलवाया तो वह सड़ चुका था। लाश तीन से चार दिन पुराना लग रहा। लड़के की उम्र 16 से 18 वर्ष के बीच की बताई जा रही। हालांकि लाश की पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस इसकी पहचान में जुट गई है। अलग-अलग थानों को सूचना देकर पहचान की कोशिश की जा रही है।आशंका जताई जा रही कि यास चक्रवात की तूफान और बारिश के दौरान डूबने से लड़के की मौत हुई हो। वह बहकर हुंदुरगढ़ा स्वर्णरेखा नदी पर पहुंच गया हो।
दो थानेदारों का अलग-अलग तर्क
नामकुम थानेदार प्रवीण कुमार का कहना है कि लाश मिलने की सूचना करीब पांच बजे मिली। इस सूचना पर शव को कब्जे में लेने की पूरी तैयारी की गई। तैयारी के बाद वहां जब पुलिस पहुंची तो शव को खेलगांव थाना क्षेत्र में देखा गया। इसकी सूचना खेलगांव थाने की पुलिस को दे दी गई। अब खेलगांव थाने की पुलिस ही शव को कब्जे में ले रही। इधर, खेलगांव थानेदार ललन कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें जब सूचना मिली कि लाश उनके थाना क्षेत्र में मिली है, तब वे घटनास्थल पर पहुंचे और शव को निकलवाया गया।