टूट रहा दुकानदारों के सब्र का बांध , फेडरेशन ऑफ जिला चैम्बर ने सरकार से की फरियाद
टूट रहा दुकानदारों के सब्र का बांध, फेडरेशन ऑफ जिला चैम्बर ने सरकार से की फरियाद
धनबाद।
कोरोना को रोकने को लेकर लगे लॉकडाउन से अब दुकानदार की स्थिति खराब होती जा रही है। दुकानों को बंद रखने को लेकर इनके सब्र का बांध जवाब दे रहा है। ऐसे में फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने राज्य सरकार को पत्र देकर सभी प्रकार की दुकानों को कुछ समय के लिए खोलने की अनुमति मांगी है। चेंबर का कहना है कि राज्य में कोरोना संक्रमण की दर कम हो रही है। फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चेतन गोयंका और महासचिव अजय नारायण लाल ने संयुक्त रूप से राज्य सरकार को दिए पत्र में कहा है कि महामारी से कई लोगों की जान चली गई है। इस महामारी से बचने का लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह के तहत आंशिक लॉक डाउन लगाया। कपड़ा, ज्वेलरी, कॉस्मेटिक, जूता-चप्पल एवं कुछ अन्य चीजों पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई। फेडरेशन ऑफ धनबाद ज़िला चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी स्वागत किया था। उस सरकारी आदेश को मानते हुए ईद और शादी-विवाह में पूरे राज्य में अपनी-अपनी दुकानों को पूर्ण रूप से बंद रखा गया।
अब जान के साथ पेट की चिंता
अध्यक्ष और महासचिव ने कहा है कि अब जान बचाने के साथ व्यपारियों को पेट चलाने की चिंता भी सताने लगी है। इस सरकारी गाइड लाइन में सरकार की सारी व्यस्था एवं ऑफिस चलती रही और उन्हें हर महीना पगार भी मिलता रहा। परन्तु 35-36 दिन के लॉक डाउन के बाद व्यपारियों की स्थिति अब चिंताजनक हो रही है। कई छोटे व्यपारियों और दुकानदारों को भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है। फेडरेशन ऑफ धनबाद ज़िला चैम्बर ऑफ कॉमर्स झारखंड सरकार से माँग करती है कि जिस तरह कोरोना महामारी धीरे-धीरे कम हो रही है उसी प्रकार सभी दुकानदार को भी सीमित समय के लिए दुकान और प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दी जाए। चैम्बर ने यह भरोसा दिलाया है कि ही सही और पूरी तरह से कोविड-19 की पाबन्दियों को मानते हुए अपनी-अपनी दुकान का संचालन करेंगे।