झारखंड से अच्छी खबर, गांवों में न के बराबर कोटोना, हेमंत सरकार ने ली राहत की सांस
झारखंड से अच्छी खबर, गांवों में न के बराबर कोटोना , हेमंत सरकार ने ली राहत की सांस
रांची।
गांवों में कोरोना संक्रमण की पहचान तथा इससे निपटने को लेकर शुरू किए गए स्वास्थ्य सर्वे अभियान से स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी उत्साहित हैं। अभी तक चलाए गए अभियान में जो बातें सामने आई हैं, उनके अनुसार गांवों में उतना संक्रमण नहीं है जितने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के राज्य नोडल पदाधिकारी (आइईसी) सिद्धार्थ त्रिपाठी ने शुक्रवार को बताया कि अबतक राज्य के नौ जिलों के गांवों में ही कोरोना संक्रमण के अधिसंख्य मामले सामने आए हैं। अन्य कई जिलों में तो नगण्य या शून्य संक्रमण मिला है।
राज्य नोडल पदाधिकारी के अनुसार, अबतक चलाए गए तीन दिनों के जांच अभियान मेें पंचायतवार जाे ट्रेंड देखा गया है, उसके अनुसार अभी तक संक्रमण के अधिसंख्य मामले रांची, साहिबगंज, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, लोहरदगा, गिरिडीह, गढ़वा, गुमला तथा लातेहार के गांवों में मिले हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट से हुई जांच में मिले कोरोना संक्रमिताें में 85 फीसद संक्रमित इन नौ जिलों के हैं।
इस तरह, यह देखा जा रहा है कि कुछ प्रखंडों, पंचायतों व गांवों में संक्रमण तो पहुंचा है, लेकिन बड़े पैमाने पर संक्रमण नहीं है। राज्य नोडल पदाधिकारी के अनुसार, 27 मई तक कुल 10,88,022 घराें में सर्वे का कार्य हो चुका है। इसमें 55,15,533 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई, जिनमें लक्षण आदि के आधार पर 36,116 ग्रामीणों की कोरोना जांच रैपिड एंटीजन टेस्ट से कराई गई।
इनमें 755 ही कोरोना संक्रमित पाए गए। इस तरह, पॉजिटिविटी रेट लगभग दो फीसद रही। उनके अनुसार, 27 मई को हुई जांच में महज सात लोग संक्रमित मिले। इसमें पॉजिटिविटी रेट 0.1 फीसद ही रही। बता दें कि राज्य के सभी गांवों में यह स्वास्थ्य जांच अभियान पांच जून तक चलेगा।