दो माह बाद पहली बार मिला एक मात्र संक्रमित
दो माह बाद पहली बार मिला एक मात्र संक्रमित
गोड्डा।
जिला में कोरोना संक्रमण की दर में लगातार बारहवें दिन भी गिरावट देखी गई। गुरुवार को तो बीते दो माह के अंतराल में पहली बार जांच में सिर्फ एक संक्रमित मिले । यह खबर जिले के लिए राहत देने वाली है। गुरुवार को यहां 429 सैंपल की जांच में सदर प्रखंड का एक मात्र मरीज पॉजिटिव मिला।
वहीं लगातार तीसरे दिन किसी की मौत नहीं हुई जबकि यहां 15 संक्रमित स्वस्थ भी हुए। जिले में अभी कोरोना के एक्टिव केस 41 हो गए हैं। इसमें 21 मरीज ऑक्सीजन बेड पर है तो 10 मरीजों का आइसीयू में इलाज चल रहा है वहीं तीन मरीज वेंटिलेटर स्पोर्ट पर इलाजरत है। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में तो कमी आई है। वहीं ऑक्सीजन सहित आइसीयू बेड में भर्ती मरीजों की संख्या भी कम हो गई है। कोविड अस्पतालों के बेड खाली पड़े हुए हैं।
संक्रमण कम होने के बाद भी कोरोना को हल्के में लेने की भूल अभी नहीं की जानी चाहिए। लोगों को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराना चाहिए। तभी जिला कोरोना से मुक्त हो पाएगा। सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि जिले में बीते दो माह के दौरान कोरोना से 83 लोगों की जान गई। दो माह तक स्थिति बहुत विकट रही। अब संक्रमण की रफ्तार में काफी कमी आई है जो जिले के लिए राहत की बात है। इधर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार जिले के दस अलग अलग केंद्रों में कोरोना की जांच हुई जिसमें गोड्डा सदर को छोड़कर किसी भी प्रखंड में एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिले हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले भर में सरकार और गैर सरकारी अस्पतालों में कुल 562 बेड की व्यवस्था की गई है। इसमें सामान्य बेड 321, ऑक्सीजन बेड 166 और आइसीयू बेड 68 और वेंटिलेटर वाले सात बेड शामिल है। जबकि अभी जिले में सामान्य बेड 321 और ऑक्सीजन बेड 145 और आइसीयू 58 बेड सहित चार वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं। कोविड केयर सेंटर सिकटिया में अभी एक भी मरीज नहीं हैं। जबकि शहर के अधिकांश निजी कोविड अस्पतालों के बेड भी खाली है।
लाइफ केयर में तीन, शंकुलता हॉस्पिटल में नौ और संजीवनी हॉस्पिटल में एक मरीज भर्ती हैं। ललमिटया के डकैता मिशन हॉस्पिटल में आठ संक्रमितों का इलाज चल रहा है। वहीं पोड़ैयाहाट के मर्सी कोविड हॉस्पिटल में भी एक भी संक्रमित भर्ती नहीं है। बताया कि सदर अस्पताल स्थित कोविड डेडिकेडेड वार्ड में अभी 12 मरीजों का इलाज चल रहा है। यहां ऑक्सीजन बेड चार और आइसीयू बेड आठ खाली हैं।
Source-DJ