ब्लैक फंगस की आहट से महकमा अलर्ट
ब्लैक फंगस की आहट से महकमा अलर्ट
दुमका।
देश में कोरोना के साथ ब्लैक फंगस भी तेजी से पांव पसार रहा है। कई जिले इससे प्रभावित हुए हैं। दुमका में इस बीमारी ने दस्तक नहीं दी है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग की सोच है कि केस सामने आने पर मरीज को इलाज और दवा के लिए भटकना नहीं पड़े। फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल प्रबंधन ने रांची से एंफोटेरिसीन बी के 50 वायल की मांग शनिवार को ही है।
मेडिकल कालेज अस्पताल में अभी ब्लैक फंगस का एक भी मरीज नहीं मिला है। फिलहाल 50 से 80 लोग रोज जांच के लिए आते हैं। इनमें हर बीमारी के लोग शामिल हैं। अगर किसी को आंख में जलन या फिर सूजन महसूस होता है तो वह सीधे फंगस के डर से इलाज के लिए आता है। यहां पहले ब्लैक फंगस की जांच की जाती है और नहीं होने पर दवा देकर या फिर बाहर से दवा लेने की सलाह दी जाती है। पिछले 20 दिनों में इस तरह की बीमारी के करीब 20 लोगों की जांच की गई लेकिन एक भी मरीज नहीं मिला। प्रबंधन ने बीमारी की आहट को देखते हुए अभी से तैयारी तेज कर दी है। रांची से अभी ांची से एंफोटेरिसीन बी के 50 वायल की मांग की गई है। अगर मरीज सामने आया तो इसकी संख्या बढ़ा दी जाएगी।
दुमका के तीन मरीज चपेट में
मेडिकल कालेज अस्पताल में भले ही ब्लैक फंगस का एक भी मरीज नहीं आया हो लेकिन बीमारी ने दस्तक दे दी है। दुमका के तीन लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं और उनका कोलकाता को एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दूसरे राज्य और जिले में मरीज मिले हैं। ऐसे में विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। मरीज के लिए कोई विशेष व्यवस्था की जरूरत नहीं है। अगर किसी में लक्षण दिखता है तो उसकी जांच की जाती है। अब तक 20 की जांच की गई है। कब किस समय दवा की आवश्यकता पड़ जाए, इसके लिए रांची से 50 वायल की मांग की गई है।
डा. रवींद्र कुमार, अधीक्षक फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल,दुमका