कोरोना काल के बाद फिर से छोटी औऱ बड़ी वाहनों के परिचालन शुरू होने के दो महीने बीत चुके हैं। लेकिन अब भी वाहनों के भाड़ा में कोई कमी नहीं आई है।छोटे और बड़े वाहन चालक वाहन में सामाजिक दूरी से संबंधित प्रशासनिक आदेश का हवाला देकर यात्रियों से दुगुना भाड़ा वसूल रहे हैं। लेकिन कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नहीं दिखता है। वहीं झारखण्ड के सीमा से भागलपुर जाने वाले बस में सभी सीटों पर यात्रियों को बिठाया जाता है। लेकिन वाहन का बढ़ा किराया वसूला जाता है। दूसरी ओर इस पर वाहन चालकों के कहना है कि उनका खर्च बढ़ गया है और उन्हें झारखण्ड के गोड्डा से पंजवारा बिहार सीमा पहुंचने और वहाँ से बिहार में यात्रियों को भागलपुर के लिए दूसरे बस में बैठाना पड़ता है जिससे उनपर भी बोझ पड़ता है। वहीं झारखण्ड सीमा पर मौजूद चेक पोस्ट पर मौजूद झारखण्ड के अधिकारियों ने बताया कि 8 आगमी नवम्बर से झारखण्ड में इंटरस्टेट बसों के परिचालन से रोक हट जाएगा। और इसको लेकर पंजवारा सहित सीमावर्ती गांव के लोग भी भाड़ा में राहत मिलने की उम्मीद लगाए हुए है।