दोषी को फास्टट्रैक के माध्यम से फांसी हो : रंजीत कुमार – उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की मौत एवं परिजनों की सहमति के बगैर लाश जला दिए जाने के विरोध में आयोजित किया गया प्रतिवाद मार्च
गोड्डा।
भीम आर्मी, गोड्डा के द्वारा हाथरस गैंगरेप के विरोध में स्थानीय अशोक स्तम्भ पर बुधवार को प्रतिवाद सभा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष माखन अम्बेडकर एवं महासचिव नीलेश मेहरा ने किया। मौके पर भीम आर्मी के प्रदेश संयोजक रंजीत कुमार ने प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हाथरस के चंदपा थाना के बुलगढ़ी गांव के सवर्ण जाति के चार गुंडों- संदीप ठाकुर, राज कुमार उर्फ रामू ठाकुर, रवि ठाकुर एवं लवकुश ठाकुर ने बहुजन समाज की 15 वर्षीया मनीषा वाल्मीकि के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप किया था। अपराधियों के द्वारा मनीषा की नृशंसता से रीढ़ की हड्डियां तोड़ दी गई थीं, गर्दन मरोड़ दिया गया था और जीभ काट लिया गया था। हाथरस पुलिस प्रशासन की जातिवादी मानसिकता और उपेक्षा के कारण बहुत ही विलम्ब से एफआईआर दर्ज किया गया और पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया। किन्तु एम्स में जगह नहीं होने का बहाना बनाया गया और अंततःउसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। मनीषा बाल्मीकि के शरीर का आधा हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया और 14 दिन बाद उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी के रामराज्य में लगातार बच्चियों,वृद्ध महिलाओं सहित सभी उम्र की लड़कियों-महिलाओं का बलात्कार, हत्या और अमानवीय उत्पीड़न जारी है। उत्तर प्रदेश में सवर्ण जाति से आने वाले अपराधियों का मनोबल आसमान पर पहुंच गया है। दुखद है कि निर्भया रेपकांड पर भाजपा सहित आरएसएस,बजरंग दल के हिन्दू नेता लगातार हल्ला मचा रहे थे, किन्तु हाथरस की घटना पर चुप्पी साधे हुए हैं। सड़क पर मोमबत्ती जलाकर विरोध करने वाले लोग घरों में चिपके हुए हैं। हिन्दू -हिन्दू का रट लगानेवाले हिन्दू संगठनों के मुंह पर ताला लग गया है। इन लोगों का दलित-आदिवासी विरोधी एवं दोहरा चरित्र बेनकाब हो गया है। कहा कि अपराधी केवल वे लोग ही नहीं होते हैं जो आपराधिक कृत्य हिंसा, बलात्कार और उत्पीड़न करते हैं, बल्कि वे लोग भी अपराधी होते हैं जो ऐसी घटनाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करते हैं या चुपचाप रहते हैं। हम ऐसे दोनों तरह के अपराधियों की घोर निन्दा करते हैं। उनके ये कृत्य असंवैधानिक, अमानवीय, निंदनीय,असंवेदनशील और जघन्यआपराधिक हैं। हम बहन मनीषा बाल्मीकि के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और मांग करते हैं कि चारों अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में शीघ्र सुनवाई कर फांसी की सजा दो। पीड़ित परिवार को पूर्ण सुरक्षा की गारंटी करो।पीड़िता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में बहाल करो।पीड़िता के परिवार को समुचित आर्थिक सहायता दो। मौके पर जिला अध्यक्ष माखन अम्बेडकर, महासचिव नीलेश मेहरा,फिरदौश आलम,शाह हुसैन, अहसान अली,हरेराम कुमार, आशु कुमार, तपेश मिर्धा,मुकुल अम्बेडकर,इंद्रदेव दास गौतम ,बिनोद, रोशन,बूटा सिंह दास,आशीष अम्बेडकर, अशोक कुमार, ऋषिकेश मेहरा,गंगाराम,आर्यन कुमार, प्रदीप दास,सुनील,कुंदन कुमार, गौतम कुमार, फत्तू कुमार, रंजन कुमार आदि उपस्थित थे ।