पिता दर्द से तड़पती बेटी की इलाज का लगाता रहा गुहार, डॉक्टर ने इलाज करने के बदले पुलिस बुलवाकर करा दी पिटाई – मास्क के बगैर डॉक्टर की मानवता हुई शर्मसार
विजय कुमार की रिपोर्ट
मेहरमा।
दर्द से तड़पती बेटी की इलाज के लिए संजय तांती डॉक्टर से मिन्नतें करता रहा। लेकिन मास्क नहीं रहने के कारण डॉक्टर ने इलाज करने से इंकार कर दिया। पिता कहता रहा वह काफी गरीब है, दवाई खरीदने के भी पैसे नहीं हैं। मास्क बाद में खरीद लूंगा, आप इलाज कीजिए। लेकिन मिन्नतें करते रहने के बावजूद डॉक्टर ने इलाज करने के बदले पुलिस बुलवा लिया। पुलिस ने बेरहमी पूर्वक बेटी की इलाज कराने आए बाप की पिटाई कर दी। उधर अस्पताल में इलाज के बगैर बेटी दर्द से तड़पती रही और इधर पुलिस की बेरहम मार खाकर बाप कराहता रहा। इतना ही नहीं बेटी की इलाज की फरियाद करने वाले पिता को पुलिस ने लॉकअप में बंद कर दिया। घटना बुधवार को ठाकुरगंगटी प्रखंड मुख्यालय में घटित हुई। ठाकुरगंगटी प्रखंड मुख्यालय स्थित हरिदेवी रेफरल अस्पताल में बुधवार की दोपहर संजय तांती नामक एक व्यक्ति पेट दर्द से तड़पती अपनी लड़की का इलाज के लिए पहुंचा था। ड्यूटी में तैनात डॉ विवेकानंद से संजय अपनी बच्ची का इलाज करने के लिए निवेदन करता रहा। लेकिन इलाज करने की बजाय डॉक्टर परिजनों को कहता रहा कि मास्क लगाकर आइए उसके बाद ही इलाज होगा । इस पर पीड़िता के परिजन कहते रहे कि, “उनके पास दवा खरीदने के लिए भी पैसा नहीं है। बाहर जाकर मास्क खरीद लूंगा। मेरी तड़पती लड़की का इलाज कर दिया जाए।” लेकिन इन बातों पर भी डॉक्टर तैयार नहीं हुए। परिणाम स्वरूप दोनों के बीच कुछ कहासुनी हो गई । इतने में ऑन ड्यूटी डॉक्टर विवेकानंद ने ठाकुरगंगटी थाने की पुलिस को फोन कर बुला लिया।
सूचना के बाद ठाकुरगंगटी थाने में पदस्थापित एएसआई पंकज कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचा और पीड़ित बच्ची के पिता संजय तांती को अस्पताल परिसर से घसीटते हुए बाहर निकाला और सड़क पर बेरहमी से पीटता रहा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस संबंध में डॉक्टर विवेकानंद ने बताया कि संजय तांती अपनी लड़की का इलाज कराने के लिए हॉस्पिटल आया था। जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था। उसे मास्क लगाकर आने की बात कही। इतनी बात पर वह हमसे उलझ गया। इस संबंध में थाना प्रभारी फुलेश्वर सिंह ने बताया कि संजय तांती नामक व्यक्ति को थाना पकड़ कर लाया गया है । मामले की जांच कर दोनों व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि संजय तांती के साथ मारपीट करने वाले एएसआई के विरुद्ध पहले भी इस तरह के कई मारपीट का मामला सामने आ चुका है। लेकिन उन्हें हर बार बचा लिया जाता है। लेकिन पुलिस के लिए सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की पेट दर्द से तड़प रही बच्ची का पिता ने अगर मास्क नहीं लगाकर अस्पताल पहुंच गया था। तो कोई अपराधी घटना को अंजाम उन्होंने नहीं दिया था। अगर पुलिस आम जनता के साथ इस तरह चौराहों पर डंडो से खुलेआम पिटाई करती है तो इससे पुलिस पर कई तरह के सवाल उठता है । अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस की इस कारनामे पर क्या कार्रवाई होती है या ऐसे अधिकारी को फिर से संरक्षण देने का काम किया जाता है।