पुलिस- पब्लिक मीटिंग में अपराध के रोकथाम पर हुई चर्चा
– मेहरमा, बलबड्डा, महागामा थाना परिसर मे बैठक कर लोगों को किया गया जागरूक
विजय एवं मुकेश की रिपोर्ट
मेहरमा/महागामा।
गोड्डा के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर रविवार को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस- पब्लिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण के लिए विचारों का आदान प्रदान किया गया। मेहरमा प्रखंड के बलबड्डा व मेहरमा थाना परिसर मे रविवार को बाल अपराध नियन्त्रण, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार अपराध को लेकर बलबड्डा थाना प्रभारी दीप नारायण सिंह, मेहरमा थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता मे पंचायत के जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित किया गया। पुलिस अधीक्षक वाइएस रमेश के निर्देश पर सभी थाना प्रभारी को बैठक कर ग्रामीणों से प्रशासन को हर संभव मदद करने एवं क्षेत्र में हो रहे अपराध की गतिविधियों को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए कहा गया। बताते चलें कि गोड्डा जिला मे लगातार हो रहे हत्या,दुष्कर्म के मामले में अधिकतर अपराधिक मामले में नाबालिग शामिल रह रहे हैं। जिसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री रमेश ने पुलिस एवं पब्लिक के बीच बैठक करने तथा लोगों को जागरूक का निर्णय लिया है। सभी पंचायत में बाल अपराध नियन्त्रण, डायन प्रथा, मॉब लिंचिंग ,अवैध शराब बेचना, महिला संबंधित अपराध आदि की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन को सहयोग करने का अपील किया गया।
महागामा थाना परिसर में रविवार को पुलिस – पब्लिक बैठक आयोजित की गई।जिसमें मुख्य रूप से अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण चौधरी उपस्थित थे ।बैठक में मुख्य रूप से समाज में फैल रहे बलात्कार, नशाखोरी, बाल अपराध, बच्चों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने को लेकर चर्चा की गई। जिसमें सभी गणमान्य लोगों ने इस पर विशेष रूप से चर्चा किए और अपने अपने विचार रखे। वहीं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा की हमारे गोड्डा जिला में विगत एक महीने के दरम्यान काफी ज्यादा बाल अपराध एवं बलात्कार का मामला प्रकाश में आया है। प्रशासन के द्वारा अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया। उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी मिलकर लोगों को जागरूक करें किअपने अपने बच्चों की गतिविधियों पर विशेषकर नजर रखें। समाज में फैल रहे अपराध को रोकने का अपने स्तर से प्रयास करें ताकि कोई अपराधी किस्म के लोग अपराध करने की हिम्मत न करें।