*GODDA NEWS:समाज के अंतिम व्यक्ति का कल्याण चाहते थे पंडित दीनदयाल उपाध्याय*

समाज के अंतिम व्यक्ति का कल्याण चाहते थे पंडित दीनदयाल उपाध्याय
– जयंती पर याद किए गए एकात्म मानवतावाद के जनक पंडित उपाध्याय

गोड्डा/हनवारा।

भारतीय जनता पार्टी के पुराने राजनीतिक संस्करण जनसंघ के सह संस्थापक एवं एकात्म मानवतावाद के सिद्धांतकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भाजपा की ओर से जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। भाजपा की जिला इकाई द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पार्टी के जिला अध्यक्ष राजीव मेहता के आवास पर मनाई गई। इस मौके पर जिला स्तर पर वेबिनार का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष राजीव मेहता ने एवं संचालन जिला मंत्री कृष्ण कन्हैया ने किया। जबकि नगर अध्यक्ष सुमन झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष श्री मेहता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर कार्य करते हैं और समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचे, इसके लिए प्रयासरत हैं । मौके पर केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों की भी चर्चा की गई।
कहा कि जहां एक ओर देश विज्ञान के क्षेत्र में, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ,रक्षा सौदों से लेकर नई शिक्षा नीति एवं नई किसान नीति को लेकर आगे बढ़ा है, वहीं देश के गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना,घर-घर शौचालय ,एक रुपए किलो अनाज ,स्वास्थ्य कार्ड, घर घर बिजली , उज्ज्वला योजना के तहत गैस का लाभ दिया गया है।भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश के आम नागरिकों के लिए संकल्पित होकर काम कर रही है। मौके पर पूर्व नगर अध्यक्ष अजित सिंह, जिला मीडिया प्रभारी मुरारी चौबे, प्रियांशु राज रामनरेश यादव, कार्तिक आदि मौजूद थे।

अंत्योदय के प्रणेता,जनसंघ के संस्थापक सदस्य, एकात्म मानववाद, उत्कृष्ट संगठनकर्ता एवं प्रखर विचारक पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती महागामा विधानसभा के पूर्व विधायक अशोक कुमार के आवास पर मनायी गई। पूर्व विधायक ने कहा कि पंडित उपाध्याय ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए एकात्म मानववाद की विचारधारा दी। उन्हें जनसंघ की आर्थिक नीति का रचनाकार माना जाता है। उनका विचार था कि आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य सामान्य मानव का सुख है। संस्कृतिनिष्ठा उपाध्याय के द्वारा निर्मित राजनैतिक जीवनदर्शन का पहला सूत्र है। उनके शब्दों में भारत में रहने वाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वाला मानव समूह एक जन हैं। उनकी जीवन प्रणाली, कला, साहित्य, दर्शन सब भारतीय संस्कृति है। इसलिए भारतीय राष्ट्रवाद का आधार यह संस्कृति है। इस संस्कृति में निष्ठा रहे तभी भारत एकात्म रहेगा।
इस अवसर पर भाजपा के हनवारा मण्डल अध्यक्ष दिनेश सिंह, महामन्त्री सन्तोष कुमार, प्रमोद साह, सोशल मीडिया प्रभारी राकेश बिहारी शर्मा, सुबोध यादव इत्यादि उपस्थित थे।
महागामा में भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उनकी जयंती मनाई गई। मौके पर जिला महामंत्री अजय साह ने कहा कि उनके एकात्म मानववाद और अन्तोदय के सिद्धांतों को लेकर उस घर तक जाना है। जिला मीडिया प्रभारी मुरारी चौबे ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्र के सजग प्रहरी एवं सच्चे राष्ट्रभक्त के रूप में भारत वासियों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं । श्री चौबे ने पंडित उपाध्याय की जीवनी पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
मौके पर अभिषेक मंडल,मन्ना झा, पवन साह ,मैथिलीशरण गुप्त ,युवा मोर्चा जिला महामंत्री बृजेश मंडल ,चंदन झा ,उषा जायसवाल, पुष्पा देवी, सुदर्शन मंडल, मिथिलेश यादव, बमभोली पांडे, सुदर्शन मंडल, राजेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।

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