दुमका उपराजधानी दुमका समेत संथाल परगना की जर्जर और बदहाल हो चुकी सड़कों के मुद्दे पर सियासत थम नही रही है
रिपोर्ट: अजीत यादव
दुमका।
जर्जर और बदहाल हो चुकी सड़क के मुद्दे पर विपक्ष के लगातार हमले के बाद अब मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने विपक्ष पर ही पलटवार किया है। सीएम श्री सोरेन ने दिनांक 16,9,2020 को दुमका सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम के दौरान सवाल उठाया और कहा कि पांच सालों तक पूर्ववर्ती सरकार ने क्या किया? उन्होंने कहा कि महज 14 महीने के अपने कार्यकाल में सीएम रहते हुए उन्होंने दुमका की सड़क, बिजली और पानी के मुद्दे को गंभीरता से लिया था और इन समस्याओं के समाधान की दिशा में गंभीर पहल भी किया। दुमका को उपराजधानी की हैसियत से यहाँ कई विकास योजनाओं को सरजमीं पर भी उतारा गया और यहाँ की तस्वीर भी बदली। उन्होंने कहा कि जिस स्तर पर उपराजधानी को लाकर रखा गया था वो पिछले 5 सालों के दौरान पूर्ववर्ती भाजपा की सरकार ने दुमका के लिए कोई ऐसा माइलस्टोन नही रखा। जबकि केंद्र में भी भाजपा की सरकार थी और राज्य में भी भाजपा की सरकार थी। उन्होंने कहा कि अगर इन सड़कों की उचित देखभाल की जाती तो आज यह स्थिति नही होती। अब चूंकि एक बार फिर इन सड़कों की तस्वीर बदलने की जिम्मेदारी हमारी सरकार पर है तो हमारी सरकार में इन सड़कों को बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ सड़कें राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन है और कुछ सड़कें राज्य सरकार के जिम्मे है। ऐसे में बेहतर तालमेल बनाने की जरूरत है और वह इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से बात भी करेंगे। यहाँ बता दे कि जिले की कई सड़को की मरम्मति को लेकर निविदा निकल चुकी है। कोरोना संक्रमण काल के बीच अनलॉक शुरू होने के बाद से भारी वाहनों के परिचालन से इन सड़कों की स्थिति जर्जर होनी शुरू हो गयी। आये दिन सड़क हादसों की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठाता रहा।