केंचुआ खाद उत्पादन पर दूसरे दिन भी जारी रहा प्रशिक्षण
गोड्डा।
ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत प्रवासी श्रमिकों के जीविकोपार्जन हेतु दक्षता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम” के तहत केंचुआ खाद उत्पादन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा । सभी प्रवासी श्रमिकों को फेस मास्क के साथ सामाजिक दूरी के नियमानुसार सभागार में बैठाया गया। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ रविशंकर ने प्रवासी श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंचुआ खाद को भूमि में बिखेरने से मिट्टी की भौतिक, रासायनिक तथा जैविक गुणवत्ता में सुधार होता है तथा मिट्टी की उर्रवरता में वृद्धि होती है। सस्य वैज्ञानिक डाॅ अमितेश कुमार सिंह ने प्रवासी श्रमिकों को केंचुआ खाद तैयार करने में उपयोगी केंचुए की दो प्रजातियां आईसीनिया फोटिडा (लाल केंचुआ) तथा युड्रिलस युजेनी (भूरा गुलाबी केंचुआ), सीमेंटेड वर्मी बेड, एचडीपी प्लास्टिक वर्मी बेड तैयार करना एवं केंचुआ खाद से होने वाले आर्थिक लाभ के विषय पर विस्तृत जानकारी दी। कृभको द्वारा उत्पादित जैव तरल खाद एनपीके – 1 को गोबर की खाद में मिलाकर खेतों में डालकर मिट्टी में पाये जाने वाले पोषक तत्वों को घुलनशील बनाकर पौधों को उपलब्ध कराता है। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ रितेश दुबे ने मिट्टी की जांच कराने हेतु मिट्टी का नमूना लेने की विधि की विस्तृत जानकारी दी। इंडियन बैंक के वित्तीय साक्षरता पदाधिकारी अनूप कुमार ने किसान क्रेडिट कार्ड के विषय में बताया कि कैसे मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड से लोन प्राप्त कर सकते हैं और फसलों का बीमा करवा कर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। किसान स्वयं का पचास हजार रुपये तक का बीमा कराके लाभ ले सकते हैं एवं बिना किसी गारंटी के एक लाख साठ हजार रुपये तक ऋण प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना की विस्तृत जानकारी दी। मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद राजेश ने ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत दामिनी एप एवं मेघदूत एप को मोबाइल में इंस्टाॅल करके मेघ गर्जन, ठनका गिरना, बारिश होने की तत्काल जानकारी मोबाइल पर ही प्राप्त होने के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। मौके पर डाॅ सतीश कुमार, डाॅ सूर्यभूषण, डाॅ हेमन्त कुमार चौरसिया, डाॅ प्रगतिका मिश्रा, राकेश रौशन कुमार सिंह, वसीम अकरम, राजेश आदि मौजूद रहे। आरती देवी, रूबी देवी, बुन्नी देवी, लक्ष्मी देवी, लोचन रविदास, राम विलास दास, चतुरानंद मांझी समेत 35 प्रवासी श्रमिक प्रशिक्षण में सम्मिलित हुए।