शिकारीपाड़ा अवैध वसूली को लेकर सिपाही व हवलदार आपस में उलझ गए। दोनों में जमकर मारपीट भी हुई। मामला सामने आने के बाद थाना प्रभारी ने दोनों को पुलिस लाइन भेज दिया। मामला नक्सल प्रभावित शिकारीपाड़ा थाना की है। कोरोना वायरस को लेकर झारखंड व पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित लोड़ी पहाड़ी के समीप चेकनाका बनाया गया है। यहां पर पुलिस केंद्र से सीधे पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई। जवान डयूटी करने के साथ वाहनों से अवैध वसूली करते हैं और बाद में पैसों का आपस में बंटवारा किया जाता है। रविवार को पैसों के बंटवारे को लेकर तैनात हवलदार एवं सिपाही आपस में भिड़ गए और दोनों में जमकर मारपीट भी हुई। इनमें से एक कि आँगली टूट गई , ऐसा बताया जा रहा है की मारपीट के समय पुलिस का कोई पदाधिकारी वहां मौजूद नही था। मारपीट के समय पुलिस का कोई पदाधिकारी वहां पर नहीं था। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी संजय सुमन ने संज्ञान लिया और तत्काल दोनों को पुलिस केंद्र भेज दिया। थानेदार ने बताया कि केवल रात में ही चेकनाका पर पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की जाती है। दिन में जवान और हवलदार का डयूटी रहती है। पैसों के लेनदेन को लेकर दोनों में मारपीट हुई है। दोनों को वापस केंद्र भेज दिया गया है।