एक व्यक्ति के उकसाने पर सड़क पर लाश रखकर किया सड़क जाम – चंडीचक के ग्रामीणों ने पथरगामा के थाना प्रभारी को दिए आवेदन में लगाया आरोप
नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा।
कुआं में डूब कर बच्ची की मौत होने के बाद प्रखंड मुख्यालय में किया गया सड़क जाम एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तोड़फोड़ को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया है। सड़क जाम के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज होने पर ग्रामीण मुखर होने लगे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस पदाधिकारियों को आवेदन देकर सोनारचक ग्राम के एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता पर ग्रामीणों को भड़का कर सड़क जाम करवाने का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी का कहना है कि जांच के उपरांत ग्रामीणों के आवेदन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी प्रखंड के चंडीचक ग्राम के ग्रामीणों ने सोनारचक निवासी शशि भगत पर ग्रामीण युवाओ और महिलओं को भड़काऊ बातों से उकसाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा के सामने बच्ची की लाश रखकर सड़क जाम करवाने का आरोप लगाते हुए पथरगामा थाना में एक शिकायत पत्र दिया गया है। शिकायत पत्र में ग्रामीण विन्देश्वरी कुंवर, चंद्रजीत सिंह, सतन सिंह, नितुम राय, रोहित कुमार सिंह, कटकुन कुंवर, धनंजय राय, महेश कुंवर, रविकांत सिंह, वार्ड सदस्य शीला देवी, सनातन कुंवर, बचन ईशर, अमित कुंवर, मुकुल राय सहित 185 ग्रामीणो द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन में कहा गया है कि दिनांक 2 सितंबर को चंडीचक में खेलने के दौरान कुआं में 6 वर्षीय जुड़वां भाई बहन डूब गए थे। दोनों बच्चे को पथरगामा अस्पताल लाये थे, जहां एक बच्ची बिनती कुमारी की मौत हो गई। वहीं दूसरे बच्चा को इलाज के लिए गोड्डा अस्पताल भेजा गया था। आवेदन पत्र के अनुसार, बच्ची की मौत के बाद लाश को लेकर परिजन एवं ग्रामीण घर आ गए। लेकिन बच्ची की लाश को घर लाने के कुछ देर बाद बगलगीर सोनारचक गांव का शशि भगत चंडीचक आया और कहा कि ‘तुमलोग कितना मूर्ख हो। आप लोगों ने देखा नहीं कि अस्पताल का डॉक्टर बच्ची का बिना इलाज किए मृत घोषित कर दिया। यहा का डॉक्टर कामचोर है।इलाज न करने के डर से बच्ची को मरते हुए देखते रहे।’ आवेदन के अनुसार, शशि भगत की इन बातों का प्रारंभ में गांव के लोगों ने खंडन किया। पर वह बार बार गांव वालों को उकसाता रहा और कहा कि ‘ मेरे साथ चलिए और मुआवज़े के लिए सड़क जाम कीजिये।’ उसकी बातो में आकर ग्रामीण लाश को लेकर सड़क जाम करने चले गये। सड़क जाम के दौरान शशि भगत भड़काऊ बातों से ग्रामीणों को उकसाता रहा। शिकायत पत्र में कहा गया है कि श्री भगत के साथ में रहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा ओर तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने समुचित कार्रवाई की मांग की है। इसकी प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भी दी गई है। क्या कहते हैं थाना प्रभारी: इस संबंध में पूछे जाने पर नव पदस्थापित थाना प्रभारी बलिराम रावत ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन मिला है। आरोपों की जांच कराई जाएगी। जांच के उपरांत ही किसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।