मृत्युजंय महतो को आयोग का अध्यक्ष बनाया जाय : आंदोलनकारी
रिपोर्ट: देवेंद्र कुम्भकार
जमशेदपुर।
झारखंड आंदोलकारी संघ पटमदा-बोड़ाम की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर झारखंड/वनांचल आंदोलकारी चिन्हितिकरण आयोग के पद पर मनोनीत करने की मांग की गई है। पत्र के माध्यम से कहा गया है कि झारखंड अलग राज्य गठन के 20 वर्ष बाद भी अभी तक इसके निर्माण करने वाले लड़ाकू, सेनानियों, संघर्ष करने वाले, कुर्बानी देने वाले व त्याग करने वाले झारखंड आंदोलकारियों की पहचान अब तक पूर्ण नहीं किया जाना विडंबना है। यह झारखंड आंदोलनकारियों के लिए शर्मनाक बात है। इतना ही नहीं झारखंड अलग राज्य के पुरोधा मारांग गोम्के जयपाल सिंह मुंडा से लेकर विनोद बिहारी महतो, शहीद निर्मल महतो व दिशोम गुरू शिबू सोरेन तथा 90 के दशक तक के आंदोलनकारियों को भी अभी तक चिन्हित कर सम्मान नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमलोग चाहते हैं कि आंदोलनकारियों को चिन्हित करने के लिए सबसे योग्य पूर्व न्यायाधीश एवं झारखंड आंदोलन के आबोहवा में पले बढ़े, विधिक विषयों के जानकार जमशेदपुर निवासी मृत्युजंय महतो को झारखंड/वनांचल आंदोलकारी चिन्हितिकरण आयोग के पद मनोनीत किया जाय। महतो कुशल, न्यायप्रिय एवं सक्षम व्यक्ति हैं। आयोग का अध्यक्ष मनोनीत कर उनकी अगुवाई में आंदोलनकारियों का चयन एवं चिन्हितिकरण कार्य राज्यहित एवं झारखंडियों की भावनाओं के अनुरूप तेजी लाया जा सकता है। इस पत्र को स्पीड पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को भेजा गया है।