मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार: बिना वृक्षारोपण के राशि निकासी का खुलासा
मनरेगा योजना में घोटाला: भालकी पंचायत में वृक्षारोपण योजना में भारी अनियमितता
मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार: बिना वृक्षारोपण के राशि निकासी का खुलासा
जरमुंडी प्रखंड के भालकी पंचायत अंतर्गत कुर्माकिता गाँव में वर्ष 2024-25 के अंतर्गत मनरेगा योजना के तहत आम वृक्षारोपण किया जाना था।
इस योजना के लाभुक एमडी सहबाज, एमडी शहजाद, एमडी गफ्फार और एमडी मुश्ताक थे। छह माह पूर्व जेसीबी मशीन द्वारा ट्रेंच कटिंग कराई गई थी, लेकिन बिना पौधारोपण के ही ₹60,994 की राशि निकाल ली गई।
बिचौलियों और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ा घोटाला
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, बिचौलियों और रोजगार सेवक की मिलीभगत से इस योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की गई हैं। दिनदहाड़े जेसीबी मशीन लगाकर ट्रेंच कटिंग की गई, लेकिन योजना स्थल पर कोई सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया ताकि जनता को जानकारी न हो सके।
सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के कारण मनरेगा जैसी रोजगार सृजन योजना अपने असली उद्देश्य से भटक रही है।
मनरेगा योजना में अनियमितता: सरकारी राशि का दुरुपयोग
भालकी पंचायत की अधिकतर योजनाओं में घोटाला देखा गया है। कहीं टीसीबी कटिंग में निर्धारित मापदंडों से कम खुदाई की गई, तो कहीं पहले से बने गड्ढों को तालाब का रूप देकर सरकारी धन निकाला गया। वहीं, कई स्थानों पर जेसीबी मशीन से कूप खुदाई कर मनरेगा निधि का दुरुपयोग किया गया।
गोपनीय सूत्रों का खुलासा: मनरेगा घोटाले का पर्दाफाश
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, भालकी पंचायत में योजनाओं में लूट मची हुई है। आम वृक्षारोपण योजना संख्या:
3411003004/आईएफ/7080903400887 (एमडी सहबाज)
3411003004/आईएफ/7080903400909 (एमडी शहजाद)
3411003004/आईएफ/7080903401247 (एमडी गफ्फार)
3411003004/आईएफ/7080903429202 (एमडी मुश्ताक)
इन योजनाओं में गोचर भूमि को अधिग्रहित कर अवैध रूप से योजना चलाई जा रही है, जो स्वयं एक गंभीर मामला है।
जांच और कार्रवाई की मांग
इस मामले की निष्पक्ष जांच आवश्यक है ताकि दोषियों को चिन्हित कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सके। जब तक बिचौलियों और सरकारी कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक मनरेगा घोटाला और सरकारी योजनाओं में धांधली जारी रहेगी।