विद्यालय में मध्याह्न भोजन में अनियमितता: बच्चों को सिर्फ बिस्किट खिलाकर रसोइया चलीं घर
विद्यालय में मध्याह्न भोजन में अनियमितता: बच्चों को सिर्फ बिस्किट खिलाकर रसोइया चलीं घर
डेलीपाथर (रामगढ़), 20 मार्च – सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मध्याह्न भोजन योजना (मिड-डे मील) चलाई जा रही है, लेकिन इसका क्रियान्वयन कई स्थानों पर अनियमितताओं से घिरा हुआ है। ताजा मामला रामगढ़ प्रखंड के भालसुमर पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय डेलीपाथर ए का है, जहां बच्चों को निर्धारित चावल, दाल और सब्जी के बजाय सिर्फ बिस्किट खिलाकर ही छुट्टी कर दी गई।
गुरुवार को विद्यालय में बच्चों को मिड-डे मील में पूर्ण आहार देने की जगह सिर्फ बिस्किट दिए गए। जब इस मामले में प्रधानाध्यापक पंकज कुमार से संपर्क किया गया तो पता चला कि वे नवभारत साक्षरता परीक्षा को लेकर प्रखंड कार्यालय, रामगढ़ में बैठक में गए हुए थे। विद्यालय की संयोजिका भागो देवी और रसोईया बसंती देवी व फोटो देवी में से कोई भी विद्यालय में मौजूद नहीं था।
बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
सरकारी नियमों के अनुसार, विद्यालय खुलने से लेकर बंद होने तक संयोजिका और रसोइया को उपस्थित रहना अनिवार्य होता है, ताकि बच्चों को समय पर भोजन उपलब्ध कराया जा सके। लेकिन विद्यालय में मिलीभगत से इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को विद्यालय में परीक्षा थी, जिससे गुरुवार को छात्रों की संख्या कम थी। इस स्थिति का लाभ उठाते हुए विद्यालय प्रशासन ने भोजन बनाने से ही बचने का निर्णय लिया और बच्चों को सिर्फ बिस्किट खिलाकर छुट्टी कर दी गई।
जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई?
इस संबंध में जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मुकुंद मरांडी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शिक्षा विभाग इस गंभीर लापरवाही पर क्या कदम उठाता है और क्या बच्चों को उनका हक दिलाने के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाती है या नहीं।
— रमेशकुमार, नोनीहाट