रेलवे सुरक्षा बल का सराहनीय कदम: मालदा मंडल में “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत 357 बच्चों को बचाया गया
रेलवे सुरक्षा बल का सराहनीय कदम: मालदा मंडल में “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत 357 बच्चों को बचाया गया
मालदा, 19 मार्च 2025 – भारतीय रेलवे न केवल यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करता है, बल्कि संकटग्रस्त बच्चों की सुरक्षा के लिए भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में, मालदा मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत वित्तीय वर्ष 2023-2024 के दौरान 357 नाबालिगों को बचाकर उन्हें सुरक्षित हाथों में सौंपा।
“ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” भारतीय रेलवे की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य लावारिस, असहाय या संकट में फंसे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आरपीएफ के सतर्क कर्मियों ने विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर इन बच्चों की पहचान की और त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें बचाया। बाद में, इन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को सौंप दिया गया, जिससे इन बच्चों को पुनर्वास और उचित देखभाल मिल सके।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर मंडल रेल प्रबंधक (DRM), मालदा, श्री मनीष कुमार गुप्ता ने आरपीएफ की तत्परता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा, “रेलवे सुरक्षा बल न केवल रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग—बच्चों—की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध है। ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ जैसी पहल संकटग्रस्त बच्चों के लिए संजीवनी साबित हो रही है।”
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे रेलवे स्टेशनों या ट्रेनों में किसी भी संकटग्रस्त बच्चे को देखें तो तुरंत आरपीएफ या रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।
“ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” की सफलता मालदा मंडल में रेलवे सुरक्षा बल की सतर्कता और मानवीय प्रयासों को दर्शाती है।