पारा शिक्षक दीनानाथ चालक की हृदय गति रुकने से मौत, शिक्षा जगत में शोक की लहर
पारा शिक्षक दीनानाथ चालक की हृदय गति रुकने से दुखद मृत्यु, शिक्षा जगत में शोक की लहर
नोनीहाट (जरमुंडी प्रखंड),: जरमुंडी प्रखंड के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय चंपातरी में कार्यरत पारा शिक्षक और प्रधानाध्यापक दीनानाथ चालक (57) का शुक्रवार को हृदय गति रुकने के कारण निधन हो गया। उनकी अचानक मौत से शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
बतादे कि दीनानाथ चालक शुक्रवार की सुबह रोज़ की तरह अपने घर से विद्यालय गए थे। विद्यालय में शिक्षण कार्य के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। बताया जा रहा है कि उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और थोड़ी ही देर में उनकी हालत गंभीर हो गई। जैसे ही इस घटना की जानकारी उनके परिजनों को मिली, उन्हें फौरन इलाज के लिए दुमका के फूलों झानों मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया।
हालांकि, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी स्थिति बिगड़ चुकी थी, और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण हृदय गति रुकना (कार्डियक अरेस्ट बताया। दीनानाथ चालक की अचानक मौत से उनके परिवार, सहकर्मियों और छात्रों में गहरा शोक व्याप्त है।
शिक्षा जगत में शोक की लहर:
दीनानाथ चालक एक कर्मठ और ईमानदार शिक्षक के रूप में जाने जाते थे। वे 15 वर्षों से इस विद्यालय में सेवा दे रहे थे और अपने सरल स्वभाव और समर्पित शिक्षण के कारण बच्चों और अभिभावकों में बेहद लोकप्रिय थे। उनके निधन की खबर जैसे ही फैली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। विद्यालय के सहकर्मी शिक्षक, छात्रों और स्थानीय लोगों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
विद्यालय के अन्य शिक्षकों ने बताया कि दीनानाथ चालक हमेशा बच्चों के प्रति समर्पित रहते थे और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। उनके निधन से विद्यालय के वातावरण में गहरा दुख और सन्नाटा छा गया है। विद्यालय के बच्चों ने भी अपने प्रिय शिक्षक के अचानक चले जाने पर भावुक होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
परिजनों का हाल:
दीनानाथ चालक अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं, जिनका भविष्य अब अनिश्चितता में घिर गया है। स्थानीय लोग और सहयोगी शिक्षक परिवार को ढांढस बंधाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह दुख उनके लिए असहनीय है।
प्रशासन और स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया:
दीनानाथ चालक के निधन पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शोक व्यक्त किया है।
जरमुंडी के विधायक और प्रखंड विकास पदाधिकारी ने उनके परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
इसके अलावा, विद्यालय के प्रबंधन समिति द्वारा उनके नाम पर एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने की योजना बनाई जा रही है।
दीनानाथ चालक का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, शिक्षक और विद्यार्थी शामिल होंगे।
उनकी यादें और उनके द्वारा दिया गया शिक्षा का योगदान हमेशा उनके छात्रों और सहकर्मियों के दिलों में जीवित रहेगा।