एक दिवसीय परंपरागत कृषि प्रशिक्षण का आयोजन

एक दिवसीय परंपरागत कृषि प्रशिक्षण का आयोजन

जरमुंडी प्रखंड में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों का मार्गदर्शन

 

जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट और पेटसार पंचायत में राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम के तहत इको गारंटी डिवीज़न ऑफ इनकोन के बैनर तले वैदिक ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी, रांची द्वारा एक दिवसीय जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य किसानों को जैविक खेती के महत्व और इसके लाभों के प्रति जागरूक करना था।

 

मुख्य प्रशिक्षक अनुज कुमार ने किसानों को बताया कि जैविक खेती के माध्यम से वे अपनी भूमि को लंबे समय तक उपजाऊ रख सकते हैं और टिकाऊ खेती के जरिए कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

उन्होंने जोर दिया कि जैविक उत्पादों का प्रयोग भोजन में करके किसान न केवल स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सकते हैं। 

 

प्रशिक्षण के दौरान किसानों को नीम अर्क, जीवामृत, बिजामृत, दसपॉर्न, केंचुआ खाद, और अन्य प्राकृतिक कीटनाशकों एवं दवाओं की निर्माण प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया।

अनुज कुमार ने बताया कि जैविक खेती एक शून्य बजट खेती है, जिसमें गांव में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों से खाद, कीटनाशक और टॉनिक बनाकर खेतों में प्रयोग किया जा सकता है। 

इस अवसर पर क्षेत्र समन्वयक प्रमोद यादव, फंटूश कुमार चौधरी, राजेश पंजियारा, हीरालाल चौधरी, दिनेश पंजियारा सहित अनेक किसान मौजूद रहे। 

 

रिपोर्ट: रमेश कुमार (नोनीहाट)

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