भालकी पंचायत में आवास दिलाने के नाम पर अवैध उगाही से ग्रामीण परेशान
भालकी पंचायत में आवास दिलाने के नाम पर अवैध उगाही से ग्रामीण परेशान
जरमुंडी प्रखंड, भालकी पंचायत – भालकी पंचायत के ढेगाडीह, महुवा और मोहलिया गांव के ग्रामीणों में आवास दिलाने के नाम पर की जा रही अवैध उगाही से भारी नाराजगी है।
रविवार को महुवा गांव में सैकड़ों महिलाओं की भीड़ जुटी और बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने स्वयंसेवक रामकोड़ा पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
केस स्टडी 01:
ढेगाडीह गांव निवासी रोहित दरबे की पत्नी शांता देवी से पंचायत के स्वयंसेवक श्री रामकोड़ा ने आवास सूची में नाम आने का झूठा दावा करते हुए 2,000 रुपये की नगद वसूली की।
तीन साल बीत जाने के बाद भी ना घर मिला और ना ही पैसे वापस हुए।
केस स्टडी 02:
ढेगाडीह की नीलम देवी, पति सुरेश प्रसाद ने बताया कि स्वयंसेवक रामकोड़ा ने आवास सूची दिखाकर घर दिलाने के नाम पर 2,500 रुपये की मांग की।
तीन साल बीतने के बाद भी ना घर मिला और ना ही रकम लौटाई गई।
केस स्टडी 03:
इसी पंचायत की सुमंती देवी, पति गोलू ततवा ने आरोप लगाया कि रामकोड़ा ने तीन बार में कुल 900 रुपये की वसूली की, लेकिन अब तक घर नहीं मिला।
इसी प्रकार, लता देवी से 500 रुपये, शकुनी देवी से 1,000 रुपये और सुमिया देवी से 1,000 रुपये घर दिलाने के नाम पर अवैध रूप से वसूले गए।
पंचायत के मुखिया राजमुनि ने बैठक में ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उन्हें इस अवैध उगाही की जानकारी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जरमुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना देकर जांच और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
बैठक में शामिल जेबीकेएस पार्टी के वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता रामजीवन मांझी ने इस घटना को शर्मनाक बताया।
उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता आवश्यक है ताकि आम ग्रामीण अवैध वसूली का शिकार न हों।
उन्होंने इस घटना की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
रिपोर्ट: रमेश कुमार, आज तक, नोनीहाट