रैयतों का मुआवजा नहीं मिलने पर दुमका उपायुक्त से लगाई गुहार

रैयतों का मुआवजा नहीं मिलने पर दुमका उपायुक्त से लगाई गुहार

 

दुमका: जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट स्थित धोबय नदी पुल से लेकर ढेंगाड़ीह तक पथ निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जेबीकेएस पार्टी के नेता राम जीवन मांझी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने उपायुक्त से गुहार लगाते हुए कहा कि पथ निर्माण के लिए उनकी न ही जमाबंदी जमीन अधिग्रहण की गई है और न ही अबतक उन्हें मुआवजा दिया गया है।

 

ग्रामीणों का कहना है कि मौजा सुखजोरा के दाग नंबर 446, 396, 394, 388, 387 और श्मशान घाट दाग नंबर 444 जो नदी के किनारे स्थित हैं, वहां पर हम रैयत परिवार वर्षों से उस नदी के पानी से सिंचाई करके सब्जी उगाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। वे जब तक अपनी भूमि को बचा नहीं पाते, तब तक उनके परिवारों की रोजी-रोटी संकट में है। 

 

ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि धोबय नदी में पुल का निर्माण किया जाए, जिससे उनकी जमीन सुरक्षित रह सके और वे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। साथ ही, उन्होंने मांग की कि अगर उनकी जमीन पथ निर्माण में आती है, तो उन्हें उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।

 

प्रदर्शन में देवनंदन कुमार मांझी, राजेश कुमार झा, राजेंद्र मांझी, माखन चौधरी, करण मांझी समेत कई अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। उन्होंने “टाइगर जयराम जिंदाबाद” के नारे लगाते हुए अपनी आवाज उठाई। उनके इस प्रयास का उद्देश्य सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर खींचना था, ताकि उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। 

 

इस घटना ने स्थानीय मुद्दों और ग्रामीणों के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है। ग्रामीणों की इस आवाज को अब प्रशासन द्वारा सुने जाने की आवश्यकता है।

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