जयंती पर याद किए गए हूल विद्रोह के महानायक वीर शहीद चानकू महतो
जयंती पर याद किए गए हूल विद्रोह के महानायक वीर शहीद चानकू महतो
जयंती समारोह सह कुड़मी समाज मिलन समारोह का किया गया आयोजन
गोड्डा
शुक्रवार को गोड्डा प्रखंड के रंगमटिया गाँव में चानकु महतो की 208 वी जयंती के अवसर पर फूल, माला, धूप, अगरबत्ती, तेल, पानी चढाकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
चानकु महतो का जन्म 09 फरवरी 1816 को गोड्डा जिला के रंगमटिया गाँव में हुआ था और ब्रिटिश सरकार के हाथों 15 मई 1856 को गोड्डा राजकचहरी में सरेआम फांसी दी गई। वह अपने आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के प्रधान और कुड़मी समाज के परगनैत थे।
जयंती के अवसर पर कुड़मी मिलन समारोह का आयोजन भी किया गया। इस बैठक में हूल फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन, पत्रिका, बेवसाईड, पुस्तकालय, भवन, सूचना, प्रशिक्षण आदि कार्ड निर्णय लिया गया ताकि समाज का उत्थान हो सके।
आने वाले समय में स्कूल काॅलेज में पढ़ाई शुरू कराने, 14 अप्रैल को कुड़माली के महान कवि नरसिंह महतो की पुण्यतिथि के अवसर पर होपनाटोला में बैठक करने का निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर हूल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष संजीव कुमार महतो, कुड़मी विकास मोर्चा के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार महतो, देवेन्द्र महतो, आशुतोष महतो, बालमुकुन्द महतो, योगेश्वर महतो, धन्नजय महतो, दयानंद महतो, गोविन्द प्र0 महतो,
भुनेश्वर महतो, रघुवंश महतो, कालीचरण महतो, सीताराम महतो, कार्तिक महतो, अर्जून महतो, बजरंग महतो, गौतम कुमार महतो, दीपक कुमार महतो, किशोर महतो, संदीप महतो, मिथुन महतो, मणिनाथ महतो, पंकज महतो, दशरथ महतो सोनू महतो, प्रेमलता महतो, अर्चना महतो, वीणा देवी, सरनी देवी, साक्षी देवी सैकड़ों महिला, पुरुष उपस्थित थे।