Rahul Gandhi की यात्रा में Pradip Yadav का दिखा बड़ा राजनीतिक आकार, 2024 में टिकट को लेकर संशय साफ!
गोड्डा।
Rahul Gandhi की भारत जोड़ो यात्रा झारखंड में हैं आज सुबह सुबह उनकी यात्रा ने गोड्डा लोकसभा के सरकंडा चौक से प्रस्थान किया, 8 बजे सरकंडा में Rahul Gandhi ने मोदी सरकार पर चौतरफा निशाना साधा, सबने राहुल की यात्रा को देखा लेकिन यात्रा से निकलती तस्वीर गोड्डा लोकसभा की पेसेंगोई कर सकती है, गोड्डा लोकसभा के अन्दर कांग्रेस पार्टी के टिकट को लेकर चर्चाओं का बाजार बीते 6 महीने से गर्म हैं लोकसभा चुनाव का टिकट किसको मिलेगा ये कहीं न कहीं अब साफ होता हुआ नजर आ रहा है,
दरअसल राहुल की भारत जोड़ो यात्रा की अगवाई गोड्डा से लेकर देवघर तक प्रदीप यादव ने की, प्रदीप यादव की मौजूदगी में जिस तरह तमाम क्षेत्रों में जनसैलाब देखने को मिला तो वही लोगों ने प्रदीप यादव जिंदाबाद के नारे भी लगाए, इससे राहुल गांधी और पार्टी आलाकमान के नेतृत्व में प्रदीप यादव की छवि एक मजबूत संगठनात्मक नेता के रूप में निखर कर सामने आई है, हमने वो दिन भी देखा था जब प्रदीप यादव की मौजूदगी में देवघर में 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी !
गोड्डा लोकसभा में कांग्रेस के टिकट को लेकर कई नाम चर्चा के बिंदु बने रहे लेकिन राहुल गांधी की यात्रा की अगवाई कर आलकामन के आगे प्रदीप यादव ने अपने बड़े राजनितिक आकार का प्रदर्शन किया,लोकसभा टिकट के लिए Deepika Pandey, Irfan Ansari, जैसे नाम की चर्चा प्रदीप यादव के कांग्रेस में शामिल होने के साथ से ही बनी रही है, लेकिन प्रदीप यादव की राहुल गांधी से इस तरह की नजदीकी कईं बातों का जवाब दे रही है, इससे लोकसभा के भीतर एंटी इनकंबेंसी पैदा होने की भी जुगत नजर आ रही है, राहुल की यात्रा में शमिल होने से कईं कांग्रेसी शीर्ष नेताओं ने मुंह फेर लिया पूर्व सांसद फुरकान अंसारी आए भी लेकिन फिर थोड़े देर बाद चले गए !
वोटो की जुगलबंदी को समझना भी कईं मायने में बेहद महत्वपूर्ण है, एक तरफ जहां प्रदीप यादव के साथ लोकसभा के अन्दर पिछड़ा अति पिछड़ा यादव और कुछ हद तक मुसलमान वोट भी है, तो वही स्वर्ण जातियों के अन्दर प्रदीप यादव को लेकर अलग खींचतान है, लेकिन उसकी भी मरम्मती कुछ हद तक राहुल की यात्रा से हो जाएगी, वही बात करे दीपिका पांडे की तो उनके साथ स्वर्ण समाज तो है जो दीपिका पांडे संग जा सकते है, मगर फिर मुसलमान यादव समेत अन्य पिछड़े अति पिछड़े वर्ग उनसे नाराजगी जाहिर करेंगे,जहां एक तरफ प्रदीप ने कांग्रेस को संगठनात्मक मजबूती पहुंचाई है, और इसका प्रदर्शन भी राहुल गांधी के सामने खूब किया है इससे निशिकांत दुबे के लिए कुछ हद तक रास्ता सख्त हो गया है, लेकिन एक तरफ जहां कांग्रेस के कईं तथाकथित वफादार नेताओं ने यात्रा से दूरी बनाई है ऐसे में अंदरखाने से आई खबर इस बात से पर्दा उठा रही है की गोड्डा लोकसभा की अगुवाई कौन करेगा ! और प्रदीप यादव का नाम धुंधले अक्षरों में लोकसभा चुनाव की तकदीर पर लिखा हुआ नजर आ रहा है इस मुद्दे पर आप क्या सोचते है आपकी राय क्या है? कॉमेंट करके अवश्य बताइए!
By
Md Shahin Khan
Edited by
Md Shahzeb Khan