डीकार्बोनाइजेशन में सहयोग के लिए अदाणी टोटल गैस और शिगन ने मिलाया हाथ
डीकार्बोनाइजेशन में सहयोग के लिए अदाणी टोटल गैस और शिगन ने मिलाया हाथ
रांची
सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए, भारत की अग्रणी एनर्जी और सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी, अदाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) और ऑटोमोटिव, लोकोमोटिव और स्थिर इंजन एप्लीकेशंस के लिए वैकल्पिक ईंधन प्रणाली समाधान प्रोवाइडर शिगन क्वांटम टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (शिगन) ने बुधवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है।
जिसका उद्देश्य एक इकोसिस्टम बनाकर सप्लाई चेन को डीकार्बोनाइज करना है जो सीएनजी और एलएनजी जैसे स्वच्छ ईंधन में परिवर्तन को सक्षम करेगा।
एमओयू के तहत, एटीजीएल और शिगन दोनों सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों का पता लगाएंगे।
शिगन ऑटोमोटिव ओईएमएस (ओरिजिनल इक्विपमेंट मनुफक्चरर्स) और आफ्टरमार्केट्स के लिए वैकल्पिक फ्यूल सिस्टम सॉल्यूशन बनाती है। दोनों भागीदारों का प्राथमिक ध्यान फ्लीट ऑपरेटर्स के लिए स्थायी समाधानों के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन और माइनिंग एप्लीकेशंस के लिए नेचुरल गैस को अपनाने पर होगा, जिसमें सीमेंट, पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में अदाणी समूह की कंपनियों द्वारा जारी समाधान भी शामिल होंगे।
एलएनजी रेट्रोफिटमेंट सोल्यूशन, स्थिर इंजन, लोकोमोटिव और समुद्री उपकरण जैसे विभिन्न एप्लीकेशंस का भी पता लगाएगा।
सीएनजी/एलएनजी-आधारित रेट्रोफिटमेंट सॉल्यूशन विकसित करने के अलावा, यह साझेदारी लास्ट-माइल डिलीवरी प्लेयर्स के लिए ई-मोबिलिटी-आधारित सॉल्यूशन विकसित करने और आईसीई (इंटरनल कंबंशन इंजन) वाहनों के लिए ईंधन के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन के उपयोग का भी पता लगाएगी।
एटीजीएल और शिगन को पूर्ण विश्वास है कि इस सहयोग का पर्यावरण और व्यापक बिज़नेस कम्युनिटी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
यह एमओयू दोनों पक्षों को ऑपरेशनल दक्षता से समझौता किए बिना, सस्टेनेबिलिटी से जुड़े अपने प्रयासों को प्राथमिकता देने में सक्षम करेगा।
एटीजीएल के कार्यकारी निदेशक और सीईओ सुरेश पी. मंगलानी ने कहा, “एमओयू पर हस्ताक्षर एक ग्रीन, अधिक सस्टेनेबल भविष्य के लिए एक सामूहिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। हम एंड-टू-एंड समाधानों के को-डेवलपिंग के लिए तत्पर हैं, जो ट्रांसपोर्ट और माइनिंग इंडस्ट्रीज को उनकी डीकार्बोनाइजेशन के सफर में मदद करेगा और देश की नेट जीरो प्रतिबद्धताओं में योगदान देगा।”
शिगन के प्रबंध निदेशक, शिशिर अग्रवाल ने इस सहयोग के बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “यह एमओयू पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति हमारी संयुक्त प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्वच्छ ईंधन में परिवर्तन करके, हमारा लक्ष्य न केवल अपने कार्बन फूटप्रिंट्स को कम करना है बल्कि उद्योग के अंदर एक सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करना भी है।”
अदाणी टोटल गैस लिमिटेड के बारे में जानकारी
अदाणी टोटल गैस लिमिटेड पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) और संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) की निरंतर आपूर्ति के लिए सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क के विकास के व्यवसाय में है।
ये नेटवर्क उपभोक्ताओं को सुरक्षा और सुविधा प्रदान करते हुए एक सुविधाजनक, किफायती, विश्वसनीय और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन विकल्प के रूप में प्राकृतिक गैस प्रदान करते हैं।
एटीजीएल को अदाणी ग्रुप और टोटल एनर्जीज द्वारा सह-प्रवर्तित किया गया है। इसकी 33 भौगोलिक क्षेत्रों में उपस्थिति है और यह देश के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके अलावा एटीजीएल का इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ एक संयुक्त उद्यम है, जो शहरी गैस वितरण के व्यवसाय में भी है और 19 भौगोलिक क्षेत्रों में इसकी उपस्थिति है। इन 52 भौगोलिक क्षेत्रों के साथ, एटीजीएल भारत की सबसे बड़ी सीजीडी कंपनियों में से एक है। इसके अलावा, उपभोक्ता केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, एटीजीएल ने ई-मोबिलिटी और बायोमास व्यवसायों में प्रवेश किया और दो पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों – अदानी टोटलएनर्जीज ई-मोबिलिटी लिमिटेड (एटीईएल) और अदाणी टोटलएनर्जीज बायोमास लिमिटेड (एटीबीएल) को शामिल किया।
ये नए व्यवसाय उपभोक्ताओं को ईंधन का विकल्प प्रदान करेंगे। एटीजीएल ने अपने गैस मीटर विनिर्माण व्यवसाय के लिए स्मार्ट मीटर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक 50:50 संयुक्त उद्यम भी बनाया है।
एटीजीएल मध्यम और भारी परिवहन उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) वितरण स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रही है।