धड़ल्ले से चल रहा है बालू के अवैध खनन का खेल, प्रशासन निभा रही है धृतराष्ट्र का किरदार
धड़ल्ले से चल रहा है बालू के अवैध खनन का खेल, प्रशासन निभा रही है धृतराष्ट्र का किरदार
दुमका।
हँसडीहा और रामगढ़ थाना क्षेत्र में बालू का अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। हाल के दिनों में लगे प्रशासनिक अंकुश से ऐसा लगा था कि इस खेल पर अब विराम लग जाएगा।
लेकिन हुआ इसके ठीक विपरीत इसकी गति में और तेज हो गई है। बालू के अवैध खनन को लेकर थाना क्षेत्र के चंद्रदीप, कुरवा, बासुकीनाथनाथ मोड़, भालकी पुल के निचे, धोबी नदी, और भण्डारो सहित लगभग आधा दर्जन से अधिक बालू घाट पर स्थानीय थाना पुलिस ने छापेमारी कर अवैध तरीके से हो रहे बालू खनन पर रोक लगाने हेतु बालू से लदे ट्रैक्टर की धर पकड़ अभियान चलाया था।
जिससे बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया था पुलिस के इस अभियान से स्थानीय स्तर पर बालू खनन पर विराम सा लग गया। लेकिन यह बहुत दिनों तक नहीं चला।
आलम यह है कि इस धंधे में लगे लोग निर्भीक होकर धड़ल्ले से इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं।अवैध तरीके से बालू खनन पर अंकुश लगाने के लिए बीते दो-तीन माह पूर्व पुलिस ने विभिन्न बालू घाट से बालू लदे ट्रैक्टरों को पड़कर थाना ले गई और उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई भी की गई।
अब सवाल उठता है कि कार्रवाई को ले सख्त हुई पुलिस अचानक से ढ़ीली क्यों पड़ गई। कहां से कौन सा आदेश प्राप्त हो गया कि अब बेखौफ बालू कारोबारी अपने मिशन में जुटे हैं और पुलिस उधर झांकना भी मुनासिब नहीं समझती।
प्रखंड क्षेत्र में सरकारी स्तर से एक भी बालू घाट चिन्हित नहीं किया गया है। बावजूद धड़ल्ले से यहां बालू का खनन का खेल वर्षो से जारी है।
कारोबारियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि दिन दहाड़े बालू लदी गाड़ियां थाना और प्रखंड कार्यालय के आगे से धड़ल्ले गुजरती रहती है। लेकिन इन गाड़ियों की ओर अब कोई प्रशासनिक अमला झांकता तक नहीं है। समाचार आज तक से नोनीहाट रमेश कुमार की रिपोर्ट