संथाल परगना में महिलाओं की स्थिति चिंताजनक: ममता कुमारी
संथाल परगना में महिलाओं की स्थिति चिंताजनक: ममता कुमारी
——– राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ने संथाल परगना के विभिन्न जिलों का भ्रमण कर महिलाओं की स्थिति का लिया जायजा
साहिबगंज: राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या ममता कुमारी ने बुधवार को साहिबगंज में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकारी योजनाओं का जितना हिस्सा महिलाओं तक पहुंचने चाहिए थे वह उन तक नहीं पहुंच पा रही है, या बड़े ही दुख की बात है। कहा कि वे ऐसे मामलों को चिन्हित कर इसे जल्द ही आयोग तक पहुंचाएगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी बुधवार को साहिबगंज पहुंची थी। वे यहां कारा, अस्पताल, वृद्धाश्रम, वन स्टेप आदि संस्थानों में पहुंच कर वहां रह रही महिलाओं की स्थिति का जायजा लिया था। बाद में परिसदन में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि महिलाओं को शिक्षित करने के साथ-साथ स्वरोजगार से जोड़ना होगा।
कहां की उनको कानूनी रूप से दी जाने वाली हक और अधिकारों की जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के बॉर्डर इलाके खासकर संथाल परगना किसे जिलों में महिलाओं की जो स्थिति हाल के दिनों में मीडिया के माध्यम से देश के सामने आती रही है वह काफी चिंताजनक है।
इसी का जायजा लेने के लिए आयोग ने उन्हें यहां भेजा है। ताकि संथाल परगना के 6 जिलों में महिलाओं के साथ जो धर्म परिवर्तन, शारीरिक, आर्थिक, शैक्षणिक, मानसिक शोषण के साथ-साथ उनकी जमीन हड़पने एक के बाद एक कई मामले मीडिया के माध्यम से सामने आते रहे हैं।
जिसको लेकर आयोग के निर्देश पर वे यहां पहुंची है। कहा कि वे पिछले 2 दिनों से पाकुड़ में थे और पाकुड़ के पंखुड़िया, पाकुड़ प्रखंड समेत अन्य सीमावर्ती इलाके के कई गांवों का भ्रमण कर वहां रह रही महिलाओं की स्थिति का भी जायजा ली है जिसकी रिपोर्ट आयोग को सौंपेंगे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को शोषण और अत्याचार से बचाने के लिए समय-समय पर सामाजिक रुप से जागरूक करने की नितांत जरूरत है। इसके लिए आयोग भी यह प्रयास करेगी कि समय-समय पर देश के इस बॉर्डर इलाके की महिलाओं को वेबीनार के माध्यम से सरकारी योजनाओं एवं उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके।