शुरू से ही अपने हक की लड़ाई लड़ता रहा है आदिवासी समाज: हेमंत सोरेन
शुरू से ही अपने हक की लड़ाई लड़ता रहा है आदिवासी समाज: हेमंत सोरेन
Tribal society has been fighting for its rights since the beginning: Hemant Soren
———– हूल दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने अमर शहीदों सिदो कान्हु को किया नमन
———सिदो – कान्हु की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संपत्ति का किया वितरण
———- क्रांति स्थल पंचकटिया से निकाले गए मसाल जुलूस में हुए शामिल
——— जिले के मंडरो प्रखंड में 10करोड़ की लागत से बने फॉसिल पार्क का किया उद्घाटन
साहिबगंज।
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को बरहेट के भोगनाडीह में कहा कि आदिवासी समाज शुरू से ही अपने हक की लड़ाई लड़ता रहा है,इसका जीता जागता उदाहरण सिदो कान्हू है, जिन्होंने अंग्रेजों से आदिवासी समाज के हितों कि रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
मुख्यमंत्री हूल दिवस के अवसर पर गुरुवार को साहिबगंज जिला अंतर्गत बरहेट के भोगनाडीह में अमर शहीद सिदो-कान्हू के स्मृति स्थल पर पूजा-अर्चना के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। हूल क्रांति दिवस के मौके पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने एवं इस वीर भूमि जनता से मिलने साहिबगंज पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का स्वागत पारंपरिक संथाली नृत्य के द्वारा किया गया।
भोगनाडीह में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री, उनके प्रेस सलाहकार, माननीय सांसद राजमहल लोकसभा क्षेत्र, विधायक प्रतिनिधि बरहेट ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज ने देश में अपनी अलग पहचान बनाया है। इतिहास के अनेकों कहानियों में इन्होंने अपना प्रमुख छाप छोड़ा है।
आदिवासी समुदाय ने समाज के प्रति कर्तव्य का पालन कर अपनी अलग स्थान बनाई है। यह समाज जल-जंगल-जमीन को बचाने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता रहा है। कहा कि इतिहासकारों का मानना है कि पृथ्वी के बनने के बाद सबसे पहले जमीन झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में दिखी थी।
डायनासोर युग के भी कुछ अवशेष यहां प्राप्त होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज शुरुआत से ही अपने हितों की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं। आज से कई सौ साल पहले ही फूलों-झानो, चांद-भैरव, सिदो-कान्हो जैसे महान आदिवासी नेताओं ने अपने हक की लड़ाई लड़ी थी और समाज के हित के लिए लोगों को एकजुट किया था।
मुख्यमंत्री ने हूल दिवस के अवसर पर पंचकटिया स्थित अमर शहीद सिदो कान्हू तोरण द्वार का उद्घाटन किया।
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मुख्यमंत्री ने कई योजनाओं का किया शिलान्यास व उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के कर कमलों से 1646.36 लाख रुपए की 19 योजनाओं का शिलान्यास किया गया, जबकि 4949.79 लाख रुपए की 15 योजनाओं का उद्घाटन किया गया।
मुख्यमंत्री के द्वारा परिसंपत्ति का वितरण भी किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 4 लाभुकों को गृह प्रवेश एवं स्वीकृति पत्र, 2 लाभुकों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत राजमिस्त्री का प्रशिक्षण पत्र
वितरित, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 3 स्वयं सहायता समूह को चक्रीय का चेक, तीन महिला समूह को सामुदायिक निवेश निधि का चेक, 05 लाभुकों को मातृ वंदना योजना, 02 लाभुक को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, 02 लाभुकों को वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति पत्र, 05 लाभुकों को कृषि ऋण वितरण का लाभ दिया गया।
मुख्यमंत्री के हाथों 04 लाभुकों को अनुकंपा के आधार पर चौकीदार के पद पर नियुक्ति प्रमाण पत्र भी दिया गया। बाद में फॉसिल्स का संरक्षण एवं इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की पहल करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साहिबगंज जिला अंतर्गत मंडरो प्रखंड के गुर्मी पहाड़ में लगभग 10.50 करोड़ की लागत से फॉसिल्स पार्क एवं ऑडिटोरियम सह म्यूजियम का उद्घाटन भी किया।
मौके पर मुख्यमंत्री के अलावे उनके प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद,राजमहल सांसद विजय कुमार हांसदा,उपायुक्त रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, विधायक प्रतिनिधि बरहेट पंकज मिश्रा, वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।