पलामू में डकैती मामले में पडौसी राज्य बिहार के आपराधिक गिरोह के हाथ हैं: पुलिस अधीक्षक
पलामू में डकैती मामले में पडौसी राज्य बिहार के आपराधिक गिरोह के हाथ हैं: पुलिस अधीक्षक
पलामू।
बिहार के दो सीमावर्ती जिले के आपराधिक गिरोह के सदस्यों द्वारा झारखंड के पलामू जिले में डकैती किए जाने में हाथ है। इस सिलसिले में एक डकैत को गिरफ्तार किया गया है। यह बात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताई है। उक्त बारे में आज मेदिनीनगर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुमार विजय शंकर ने संवाददाताओं को बताया कि, डकैती के बाबत पलामू पुलिस ने बिहार के गया जिला के आमस थानान्तर्गत लेम्बुआ गांव से एक डकैत धर्मेन्द्र चौधरी (32) को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तार डकैत ने पुलिस पूछताछ में जानकारी दी है कि, उसके गिरोह में दस सदस्य हैं और ये औरंगाबाद तथा गया जिले के हैं। इस डकैत के पास से पुलिस ने काला रंग का एक हैण्ड बैग, काला रंग का एक जियो कंपनी का मोबाइल, पीतल के दो थाली और इसका आधार एवं मतदाता पहचान पत्र के दो छायाप्रति बरामद किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, यह खुलासा पलामू जिले के दो थाना क्षेत्रों में हुई तीन डकैती के मामले में हुई अनुसंधान के दौरान हुई है। डकैती के मामले की तहकीकात के लिए दो अलग-अलग अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को मिला कर एक विशेष दल बनाया गया था, जिसने अपने छानबीन में पाया कि, डकैती पलामू जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-98 के किनारे बसे गाँव एवं कस्बे में ही मुख्य तौर पर डकैती की घटना को अंजाम देते हैं। उन्होंने बताया कि, पिछले एक सितम्बर को नावाबाजार थानान्तर्गत पतरिया गांव में राजकुमार भुइयां के घर रात साढ़े ग्यारह बजे डकैती हुई थी, जिसमें डकैतों को 15 हजार नगदी तथा जेवरात हाथ लगी थी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद उसी रात करीब डेढ़ बजे इसी गिरोह ने कंडा में ‘ लाडो लाइन होटल ‘ में हथियार के बल धावा बोलकर 55 हजार रुपये, जेवरात, पीतल के बर्तन और एक बाईक लूट लिया था। होटल एवं होटल मालिक के आवास एक ही भवन में है। इसी तरह, इस गिरोह ने पिछले चार सितम्बर को रात साढे दस बजे हरिहरगंज थानान्तर्गत भंडार गांव में सच्चिदानंद प्रसाद के घर डकैती के वारदात को अंजाम दिया, जिसमें 25 हजार रुपये के अलावे डेढ़ लाख रुपये मूल्य के आभूषण एवं अन्य सामानों को लूट कर फरार हो गये थे। विजय शंकर ने फिलहाल चिन्हित डकैतों के नाम एवं पत्ते का खुलासा संवाददाताओं के समक्ष यह कह कर नहीं किया है, इससे डकैत सतर्क हो जाएंगे और भाग सकते हैं।