जिले के किसानों के लिए यह खुसखबरी उन्हे जल्द ही मिलेगा सीड प्रोसेसिग यूनिट की सौगात
GODDA: जिले के किसानों के लिए यह खुसखबरी है की अब उन्हे जल्द ही सीड प्रोसेसिग यूनिट (Seed Processing Unit Godda) की सौगात मिलने जा रहा है। इसके बाद अब किसानों को उन्नत और मानक बीज के लिए भटकना नही पड़ेगा। किसान अब उचित कीमत देकर सीड प्रोसेसिग यूनिट से गुणवत्ता युक्त बीज खरीद पाएंगे.
सीड प्रोसेसिग यूनिट की शुरुआत अभी तीन बीज ग्राम , महेशपुर नोनमाटी व अमलो में शुरू की जा रही है.
लोकसभा चुनाव के बाद वर्ष 2019 में ही जिला प्रशासन के अनुरोध पर सांसद ने यहां के तीन बीज ग्रामों के लिए कुल 75 लाख सांसद मद से दिया था। तीनों गांव में भवन बनकर तैयार हो गया है। अमलो में मशीन भी स्थापित हो चुकी है। सीड प्रोसेसिग यूनिट की देखरेख के लिए लिए स्थानीय स्तर पर 25 किसानों की ग्राम समिति देखभाल करेगी। उपविकास आयुक्त चंदन कुमार ने सोमवार की शाम अमलो गांव में स्थापित सीड प्रोसेसिग यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र के संचालक से सभी तरह की जानकारी ली। किस प्रकार बीजों को तैयार किया जाएगा और इससे कृषकों को होने वाले लाभ की जानकारी ली। डीडीसी ने यूनिट के संचालक से मशीन के द्वारा प्रोसेसिग की जानकारी ली.
संचालक प्रिस मंडल ने बताया कि जिले का यह पहला सीड प्रोसेसिग यूनिट है। यहां पर बिहार के भागलपुर एवं रांची से सीड तैयार करने की मशीन मंगाई गई है। कई कृषकों को यहां काम भी मिलेगा। वहीं उन्नत प्रकार के बीज भी तैयार होगें। इसका सीधा फायदा कृषकों को ही मिलेगा। सीड प्रोसिसिग यूनिट के द्वारा धान, चना, गेहूं के अलावे सब्जियों के बीज को भी तैयार किए जाएंगे.कृषि विभाग, नाबार्ड और कृषि विज्ञान केंद्र की देखरेख में तीनों सीड प्रोसेसिग यूनिट संचालित होगी.
झारखंड और बिहार के किसानों को मिलेगा लाभ :
अमलो पंचायत के गंगटा फंसिया गांव में स्थापित सीड प्रोसेसिग प्लांट झारखंड और बिहार की सीमा पर स्थित है। इस कारण प्लांट से झारखंड के किसानों के अलावा बिहार के किसानों को भी लाभ पहुंचेगा। यह पूरा क्षेत्र किसान बहुल क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सालों भर विभिन्न फसलों का उत्पादन होता है। धान के अतिरिक्त गेहूं, चना, सरसों आदि क्षेत्र का मुख्य फसल है। बिहार के बांका जिला के बौंसी और धोरैया प्रखंड के किसान भी इस बीज प्रोसेसिग प्लांट से लाभान्वित होंगे। बांका जिला के पंजवारा, सबलपुर, लखपुरा, नयागांव, बाराहाट, रणगांव, सादपुर, बेलडीहा सहित दर्जनों गांव यहां से सटे हुए हैं। वहीं गोड्डा जिला के गोड्डा एवं पोड़ैयाहाट प्रखंड के दर्जनों गांव उक्त सीड प्रोसेसिग प्लांट से जुड़ेंगे.
मशीन लगाने के लिए पहुंचे तकनीकी विशेषज्ञ
सीड प्रोसेसिग प्लांट लगाने के लिए हरियाणा और पंजाब से तकनीकी विशेषज्ञों की टीम यहां पहुंची है। यहां 12 दिन से लगातार मशीन को स्थापित किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि मशीन व अन्य कार्य पूर्ण हो चुके हैं। बीज ग्राम समिति के निदेशक शिव शंकर मंडल ने बताया कि यह योजना 2019 – 20 की है। कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ। मशीन पंजाब के अंबाला से आई है। इनका तकनीकी विशेषज्ञ हरियाणा से पहुंचे हैं। मंडल ने बताया कि इसमें धान, चना, मसूर, गेहूं, सरसों आदि के बीज को प्रोसेसिग कर तैयार किया जाएगा। उक्त यूनिट में एक घंटे में एक टन बीज तैयार करने की क्षमता है