मैने 15 लाख नए परिवारों को राशन कार्ड दिया, राज्य में कोई भूखा नहीं रहेगा: मंत्री
मैने 15 लाख नए परिवारों को राशन कार्ड दिया, राज्य में कोई भूखा नहीं रहेगा: मंत्री
-जिला में सैम व मैम बच्चों के लिए स्पीरुलिना सप्लीमेंट कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
लोहरदगा।
समाज कल्याण विभाग द्वारा नगर भवन में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत मंगलवार को स्पिरुलिना सप्लीमेंट कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव द्वारा किया गया। उद्घाटन के मौके पर सैम व मैम बच्चों के 12 माताओं को स्पिरुलिना किट दिया गया। मौके पर मंत्री ने कहा कि देश में आदिकाल से अनाज की कमी रही है। हर 10-12 साल में यहां सुखाड़ आता रहा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भी अनाज की कमी आई। भुखमरी में 20-30 लाख लोग मरे। लेकिन उसके बाद इस देश में हरित क्रांति आई, श्वेत क्रांति आई। पहले प्रायः घरों में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गाय-बकरियां होती थीं तो कुपोषण के शिकार कम लोग होते थे। अब लोगों के खेत कम हो रहे हैं जिससे अनाज की कमी हुई है। स्पिरुलिना सप्लीमेंट कार्यक्रम के तहत जो आहार दिया जायेगा उससे बच्चों को पोषण मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब अन्न मिलेगा तो कुपोषण दूर होगा। वर्तमान राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि मध्याह्न भोजन के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों में हफ्ते में तीन दिन के बजाय छह दिन अंडे दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों, युवा, व्यवस्कों, माताओं के साथ-साथ वृद्धों को भी पोषाहार की जरूरत है। संयुक्त परिवार में सभी लोगों की जरूरतें पूरी होती हैं। जबकि छोटे परिवार में माता-पिता अगर साथ नहीं रहते तो उन्हें पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। कहा कि हमने 15 लाख नए परिवारों को राशन कार्ड दिया। अब सचिव से विचार-विमर्श के बाद अन्य 5-10 लाख नये लोगों को राशन कार्ड से जोड़े जाने पर सहमति बनी है। उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कहा कि हमारे समाज में आज कुपोषण आम समस्या है। कुपोषण के कारण व्यक्ति के शरीर में कई प्रकार की कमियां देखी जा सकती हैं। किसी की सेहत कमजोर है तो किसी की लंबाई कम। इसे दूर करने का उपाय यह है कि माताओं को पोषाहार दिया जाय। उन्होंने कहा कि महिला स्वस्थ होगी तो आनेवाली पीढ़ी स्वस्थ होगी। बच्चों व माताओं के स्वास्थ की देखभाल अतिआवश्यक है। जिले एमटीसी केंद्रों में सैम व मैम बच्चों का इलाज किया जाता है, उन्हें पोषाहार देकर उन्हें सुपोषित किया जाता है। प्रखण्डों में एमटीसी केंद्रों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। सर्वे कराने के बाद जिले में लगभग 1 हजार कुपोषित बच्चों को इस स्पिरुलीना कार्यक्रम का लाभ दिया जायेगा। कार्यक्रम में 10 बच्चों का अन्नप्राशन और 10 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म पूरी की गई। मौके पर अधिकारियों के साथ साथ आम लोग भी मौजूद थे।